कोरबा। आबकारी विभाग ने गांजा तस्करी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गांजा की पुड़िया बेचने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, मुख्य सप्लायर टीम के साथ धक्का-मुक्की कर फरार हो गया।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों खासकर शहर और ग्रामीण इलाकों में अवैध नशा बड़े पैमाने पर बेचा जा रहा है। इसके लिए संगठित गिरोह काम कर रहा है लेकिन इस गिरोह तक पुलिस और आबकारी विभाग पूरी तरह पहुंच नहीं पा रही है। बड़े तस्करों की बात छोड़ दें तो पकड़े जाने वाले सप्लायरों की इतनी हिम्मत हो गई है कि वह अमले पर हाथ उठाने से भी नहीं डर रहे हैं।
आज शहर क्षेत्र के वीआईपी मार्ग पर स्थित बुधवारी बाजार में गांजा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची आबकारी विभाग की टीम से गांजा तस्कर ने मारपीट कर ली। गांजा तस्कर मारपीट के बाद फरार हो गया। इस घटना में आबकारी विभाग का चालक घायल हो गया है।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर से आई संभाग स्तरीय आबकारी विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि कोरबा के सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र अंतर्गत बुधवारी बाजार के एक मकान और ठेले से अवैध गांजा बेचा जा रहा है। मौके पर पहुंची टीम ने छापेमारी के दौरान एक युवक को बाजार में फेरी लगाकर गांजा बेचते हुए पकड़ा है।
पूछताछ में उसने अपना नाम मोनू चौहान 20 वर्ष बताया। उसने बताया कि वो 500 रुपए की रोजी पर छोटका के कहने पर गांजा की पुड़िया बेचता था। प्रत्येक पुड़िया 100 रुपए में बेची जाती थी और सप्लायर विजय सारथी है, जिसके कहने पर यह दोनों काम करते हैं। मोनू ने बताया कि गांजा ओडिशा से लाया जाता है, लेकिन इसकी लाने ले जाने की जानकारी उसे नहीं थी।
बताया जा रहा है कि टीम जब मौके पर पहुंची उस दौरान मोनू चौहान को पकड़ने के बाद फोन कर विजय सारथी को मौके पर बुलाया गया। वो मौके पर पहुंचा और टीम के साथ विवाद करने लगा और आबकारी विभाग की टीम के साथ धक्का-मुक्की व मारपीट करते हुए मौके से फरार हो गया।
मारपीट की घटना के बाद आबकारी विभाग की टीम सीएसईबी चौकी पुलिस पहुंची और पुलिस से लिखित शिकायत की गई, जहां मारपीट में घायल हुए आबकारी विभाग के चालक नारायण श्रीवास चिंगराज (40) पारा बिलासपुर निवासी को चोट आई है। संभागीय स्तरीय आबकारी विभाग की टीम मुकेश पांडे के नेतृत्व में कोरबा पहुंची हुई थी, जिसमें पांच सदस्य थे। इसमें एक महिला हेड कांस्टेबल भी थी।
बताया जा रहा है कि विजय सारथी के घर आबकारी विभाग के टीम नहीं घुस पाई। इस घटना के बाद काफी लोगों के घर के बाहर एकत्रित हो गए। विजय सारथी के घर के बाहर एक बोर्ड लगा हुआ है, जहां कुत्तों से सावधान लिखा हुआ है। बताया जा रहा है कि जिस कुत्ते को पालकर रखा है, वह काफी खतरनाक है। ऐसे में कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर सकता।