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निर्माणाधीन मकान में गिरा 80 वर्षीय बुजुर्ग, सिर में 15 सेमी घुसा सरिया, सर्जरी कर बचाई जान

जबलपुर। तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र के देवरी निवासी घनश्याम सोनी (80) के आवास में निर्माण कार्य चल रहा है। वे रविवार की शाम को सात बजे के लगभग निर्माणाधीन आवास में गिर गए थे। आसपास निर्माण कार्य के लिए लोहे की सरिया रखी हुई थी। इसमें एक सरिया वृद्ध के माथे में घुस गई। सरिया लंबी होने के कारण उसे पहले काटा गया। इस दौरान ज्यादा मात्रा में रक्त स्त्राव होने लगा। लोहे की सरिया उनकी बायीं आंख के ऊपर से माथे में 15 सेंटीमीटर तक अंदर घुस गई। उन्हें आंखों से दिखना बंद हो गया। कान और मुंह से रक्त स्त्राव प्रारंभ हो गया।

गंभीर रूप से घायल वृद्ध को लेकर स्वजन निकट के अस्पतालों में गए। सभी जगह चिकित्सकों ने मरीज की हालत देखकर उपचार से हाथ खींच लिए। इसके बाद स्वजन सोमवार की भोर में वृद्ध को लेकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज पहुंचे। तब तक वृद्ध की स्थिति गंभीर हो चुकी थी। लेकिन चिकित्सकों ने चमत्कार कर दिया। जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक संपन्न किया। वृद्ध के माथे में धंसी सरिया को बाहर निकाल दिया। उसकी जान बचा ली। सरिया घुसने के बाद आंख के सामने छाया अंधियारा भी सर्जरी के बाद हल्का छंट गया है। वृद्ध के स्वास्थ्य में अब सुधार हो रहा है।

सीटी स्कैन कराया और सर्जरी कर दी

स्वजन पीड़ित वृद्ध को लेकर रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि 3ः30 बजे मेडिकल कालेज पहुंचे। आकस्मिक कक्ष में जांच के बाद पीड़ित का तुरंत सीटी स्कैन कराया गया। इस बीच नाक, कान व गला और अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों के दल को सूचित किया गया। सुबह 7 बजे वृद्ध का आपरेशन किया गया। सीटी स्कैन से सरिया की वास्तविक स्थिति और गहराई का पता चलने के बाद चिकित्सकों के सधे हाथों ने फटा-फटा सरिया को निकालकर बाहर कर दिया। वृद्ध की जान को खतरें में पड़ने से बचा लिया।

इतनी गहराई में सरिया फिर भी बच गई जान

वृद्ध के माथे में इतनी गहराई तक सरिया घुसने के बाद भी बाकी अंगों को ज्यादा क्षति नहीं होने से चिकित्सक भी आश्चर्य चकित है। वृद्ध को मिले नये जीवन को चमत्कार से कम नहीं समझ रहे है। मेडिकल कालेज में नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ डा. कविता सचदेव के अनुसार मरीज के माथे में बायीं ओर आंख के पीछे से होता हुआ सरिया जबड़े के पीछे तक पहुंच गया था। ये सरिया लगभग 55 सेंटीमीटर लंबा था, जिसका 15 सेंटीमीटर हिस्सा अंदर धंसा हुआ था। सर्जरी कर सरिया बाहर कर दिया गया है। मरीज अब स्वस्थ्य है। उसकी दृष्टि भी सामान्य हो जाएं, इसके लिए उपचार किया जा रहा है, जिसमें सुधार है। मरीज के उपचार में डॉ. सचदेवा के साथ डॉ. अनिरूद्ध, डॉ. राशि, डॉ. दीक्षा, डॉ. दीपांकर का योगदान रहा।