दमोह। जिले के तेंदूखेड़ा और जबलपुर जिले की बॉर्डर पर बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों के बाद तेंदूखेड़ा पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। यहां एक चरवाहे की हत्या, दो दिन पहले हुए गोलीकांड और जुआ फड़ संचालन होने के बाद यह कदम उठाया गया है। बाहरी लोगों पर नजर रखने के निर्देश भी थाना प्रभारी के द्वारा दिए गए हैं।
जबलपुर जिले सीमा पर बसे गांव पांडाझिर, सहजपुर, इमलीडोल, बारह गांव यह वे गांव हैं, जहां जंगली रास्ते से दूसरे जिलों के आसामजिक तत्व दमोह जिले की सीमा पर आ जाते हैं और घटनाओं को अंजाम देने के बाद जंगली क्षेत्र से वापस चले जाते हैं। अपराधों पर अंकुश लगाने को लेकर तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी विजय अहिरवार ने गुरुवार की रात इन क्षेत्रों में भ्रमण किया।
थाना प्रभारी ने बारह, इमलीडोल गांव पहुंचकर वहां के ग्रामीणों से उन मार्गों की जानकारी ली, जो जंगली क्षेत्र से लगे हुए हैं। टीआई को जानकारी मिली थी बैलखेड़ा और जबलपुर जिले के लोग जंगली रास्ते तेंदूखेड़ा थाने की सीमा में प्रवेश करते हैं और घूमते रहते हैं। बाद में टीआई बारह से जंगली रास्ते से सहजपुर आने वाले मार्ग से होते हुये 27 मील पहुंचे। यहां मार्ग में कुछ लोग बकरी ले जाते मिले, उनको रोककर जंगली क्षेत्र की जानकारी ली और उनको निर्देश दिए कि रात होने के पहले आप लोग जंगली क्षेत्र से निकलकर घर या गांव के आसपास पहुंच जाया करें और यदि जंगली क्षेत्र में कोई संदेही मिले तो उसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें।
27 मील पहुंचे टीआई ने देखा कि जंगली क्षेत्र से लोगों का किस जगह से आवागमन होता है। वाहन कहां से आते-जाते हैं, इसकी पूरी जानकारी ली। उसके बाद टीआई ने कुछ ढाबा संचालकों से जानकारी ली और कहा यदि कोई बाहरी व्यक्ति आते हैं तो उनकी जानकारी रखने का प्रयास करें।
ख़ासकर जब कोई क्षेत्र या किसी गांव के संबंध में पूछताछ करता है तो उसकी हरकतों पर विशेष रूप से गौर करें, जिससे अपराधों और अवैध कार्यों पर अंकुश लग सके। तेंदूखेड़ा टीआई विजय अहिरवार ने बताया कि सीमा क्षेत्र से लगे जिले में घटना हो रही है। इसलिए तेंदूखेड़ा क्षेत्र के गांव जो सीमा से लगे हुए हैं, वहां जाकर बाहरी लोगों के प्रवेश की जानकारी ली। उन मार्गों का जायजा लिया गया है, जहां से बाहरी लोग अवैध कार्य करने का प्रयास करते हैं।