मध्यप्रदेश/शाजापुर। ड्राइवर से औकात पूछने वाले कलेक्टर को कुर्सी छोड़नी पड़ गई है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल को हटा दिया है। सीएम के आदेश के बाद नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर की नई कलेक्टर बनाया गया है वहीं किशोर कन्याल को मंत्रालय में उप सचिव बनाया गया है।
दरअसल वाहन चालकों की हड़ताल के बीच कल शाजापुर कलेक्टोरेट में हड़ताल के चलते बने हालात से निपटने और वाहन चालकों से चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में एक ड्राइवर ने कहा था कि तीन दिन तक हमारी हड़ताल है, इसके बाद हम कुछ भी करेंगे। इस पर कलेक्टर किशोर कन्याल भड़क गए और बोले फालतू बात मत करना यहां पर। क्या करोगे, क्या औकात है तुम्हारी। कोई कानून को अपने हाथ में लेगा। यह बात समझ लीजिये। ड्राइवर बोला हमारी यही तो लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं है। हालांकि बाद में ड्राइवर ने माफी मांग ली थी और मामला शांत हो गया था।
0 सीएम ने कहा- सबके काम का सम्मान होना चाहिए
मामले को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि यह सरकार गरीबों की सरकार है। सबके काम का सम्मान होना चाहिए और भाव का भी सम्मान होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। हम लगातार गरीबों की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा मानवता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं। मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें।
0 कलेक्टर ने बचाव में ये कहा
शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल ने अपनी सफाई में कहा था जिला और पुलिस प्रशासन ने जिले के 250 ड्राइवर्स की मीटिंग बुलाई थी। दरअसल सोमवार को उनमें से कई ड्राइवर्स ने काफी उपद्रव मचाया था। इसी के चलते कलेक्टर ऑफिस में मीटिंग बुलाकर ड्राइवर्स को समझाइश दी जा रही थी कि कानून को हाथ में न लें। प्रजातांत्रिक तरीके से अपना विरोध जताएं। इसी बीच मीटिंग में शामिल एक शख्स बार-बार पर खलल डाल रहा था और कह रहा था कि 3 जनवरी तक मांगें पूरी नहीं हुई तो हम किसी भी स्तर पर जा सकते हैं। उसी दौरान यह शब्द मेरे मुंह से निकल गए गए थे। यदि किसी को मेरे शब्द से दुख पहुंचा हो तो माफी चाहता हूं।