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मध्यप्रदेश

क्राइम ब्रांच पुलिस व साइबर सेल की कार्रवाई : 1.3 करोड़ की MDMA ड्रग्स जब्त, 13 आरोपी गिरफ्तार

उज्जैन। उज्जैन पुलिस की क्राइम ब्रांच और साइबर सेल सहित चार थानों की पुलिस ने मिलकर एक साथ 1 करोड़ 3 लाख रुपए की एमडीएमए ड्रग्स जब्त की है और इसकी तस्करी करने वाले 13 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से कुल 108 ग्राम अवैध ड्रग्स, अपराध में प्रयुक्त बाइक और दो कार सहित छह मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।

मुखबिर की सूचना पर सबसे पहले महाकाल पुलिस ने दो आरोपी अदनान पिता आशिक 23 साल निवासी गरीब नवाज कॉलोनी और सोहेल पिता मुन्ना 18 साल निवासी गरीब नवाज कॉलोनी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 6.37 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद किया। इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 6.5 लाख रुपए बताई जा रही है।
इसी तरह जीवाजीगंज पुलिस ने दानिश पिता करीम 18 वर्ष निवासी पहलवान पीर का टेकरा और अरशद पिता आसिफ 23 निवासी जांसापुरा को 6.59 ग्राम स्मैक पाउडर और 2.59 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया। इसकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय कीमत 5 लाख रुपए बताई जा रही है। जीवाजीगंज क्षेत्र में ही दूसरी कार्रवाई के तहत बेगमबाग क्षेत्र से आरोपी शादाब पिता सालार, सुल्तान उर्फ भेजी पिता मुबारिक हेला निवासी जूना सोमवारिया और अमजद पिता अजगर निवासी पिपलौन जिला आगर को गिरफ्तार किया।

वहीं, खाचरौद पुलिस टीम ने पांच आरोपी शाहरूख पिता सलीम निवासी गुरु नानक मार्ग, खाचरौद, अरशद पिता आबिद निवासी महावीर कॉलोनी जावरा, अलमास पिता युसूफ निवासी झंडा चौक बड़ावदा, शकील पिता अनवर निवासी नयापुर तराना और यश पिता ब्रजेश निवासी नयापुरा तराना को गिरफ्तार कर 38 ग्राम एमडी ड्रग्स ज़ब्त की है। जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 38 लाख रुपए बताई जा रही है।

थाना चिमनगंज मंडी पुलिस ने भूरा उर्फ ओहिल शरीफ  22 साल निवासी गांधी नगर, अब्दुल्ला का नाबालिग पुत्र निवासी राजस्व कॉलोनी पर कार्रवाई करते हुए 3.5 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स ज़ब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया।

जांच के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे राजस्थान के डग बदोद से ड्रग्स लाते हैं। यह स्थान मादक पदार्थों की आपूर्ति का मुख्य केंद्र है और तस्करों का ठिकाना बन गया है। जहां से बड़ी मात्रा में उज्जैन में ड्रग्स लाई जाती है। इसके अलावा राजस्थान के चाचुरानी, प्रतापगढ़ और घाटाखेड़ी जैसे स्थान भी ड्रग्स तस्करी के बड़े केंद्र बन गए हैं।

ड्रग्स तस्करी का तरीका- तस्कर इन रूट्स का उपयोग कर अक्सर कार और बाइक में बनाए गए गुप्त चैंबर में छिपाकर ड्रग्स लेकर आते हैं। कभी-कभी तस्कर ई-रिक्शा और ऑटो का भी उपयोग करते हैं ताकि वे पुलिस की नजरों से बच सकें। उज्जैन के बाहरी इलाकों में इन ड्रग्स को छोटे डीलरों तक पहुंचाया जाता है, फिर वे इसे आगे सप्लाई करते हैं।

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