शहडोल। अंधविश्वास के चलते मासूम को गर्म लोहे के रॉड से दागने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग ने मामले में जांच के बाद पुलिस को प्रतिवेदन सौंपा था, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मासूम को दागने वाली दाई, बच्चे की मां और उसके दादा के खिलाफ सोहागपुर थाना में एफआईआर दर्ज की है।
बता दें कि हरदी गांव में रहने वाले प्रेमलाल बैगा के डेढ़ महीने के बेटे प्रदीप कोल को निमोनिया की शिकायत होने पर परिजनों ने उसे पड़ोस में रहने वाली दाई को बुलाकर गर्म लोहे के रॉड से दगवा दिया था। मासूम का अभी मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मासूम प्रदीप कोल को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, वहीं पेट भी फूलने लगा था। तभी दादा रजानी बैगा ने पड़ोस में रहने वाली दाई बूटी बैगा को अपने घर बुला लिया और मासूम बच्चे को गर्म लोहे के रॉड , गर्म चूड़ी और अगरबत्ती से दगवाने लगा।
0 मां ने भी किया सहयोग
सोहागपुर पुलिस ने बताया कि मासूम बच्चे को दगवाने के समय उसकी मां रजनी बैगा ने आरोपियों का सहयोग किया था। इस कारण उसे भी आरोपी बनाया गया है। जब दाई बच्चे को दाग रही थी तब मां ने उसे पकड़ा था।
0 कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश
मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर वंदना वैद्य ने जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की थी। जांच में यह स्पष्ट हो गया था कि मासूम के साथ क्रूरता की गई है। फिलहाल मामले में तीन को आरोपी बनाया गया है।