Home » कृषि उपज मंडी के लहसुन व्यापारी ने की किसानों से 30 लाख से अधिक की धोखाधड़ी, फरार
मध्यप्रदेश

कृषि उपज मंडी के लहसुन व्यापारी ने की किसानों से 30 लाख से अधिक की धोखाधड़ी, फरार

मंदसौर की कृषि उपज मंडी के लहसुन व्यापारी द्वारा 14 से अधिक किसानों से 30 लाख से अधिक रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला उजागर हुआ है। जानकारी के अनुसार, किसानों की संख्या 32 है। इसकी राशि 65 लाख रुपये से अधिक है। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अब तक 14 किसानों ने शिकायत दर्ज करवाई है। कुछ और किसान भी सामने आए हैं, जिनको वेरीफाई किया जा रहा है।

कृषि उपज मंडी में लहसुन का कारोबार करने वाले खुशाली ट्रेडर्स के संचालक अंबालाल पंवार ने मंडी में किसानों के माल की खरीदी की और नियम के मुताबिक आरटीजीएस के जरिए किसानों के खातों में भुगतान करने का हवाला देकर फरार हो गया।

कई दिनों बाद भी जब किसानों के बैंक अकाउंट में रकम जमा नहीं हुई तो किसानों ने मंडी प्रशासन को इसकी शिकायत की। राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, एसडीएम शिवलाल शाक्य, मंडी सचिव पर्वत सिंह सिसोदिया और पीड़ित किसानों के बीच हुई बातचीत में किसानों को भरोसा दिलाया गया कि उन्हें व्यापारी से भुगतान एक अप्रैल तक करवा दिया जाएगा।

किसानों ने की मंडी प्रशासन को शिकायत
किसान राहुल पाटीदार ने बताया कि उन्होंने 13 मार्च को खुशाली ट्रेडिंग कंपनी को अपना माल बेचा था। रकम दो लाख 22 हजार 530 थी, जो आज तक जमा नहीं हुई। इसी तरह से किसान कृष्णकांत शर्मा ने बताया कि उन्होंने भी सात मार्च को अपनी लहसुन उपज की दो ट्रालियां बेची थी, जिनका भुगतान दो लाख 10 हजार 500 और दो लाख तीन हजार 420 था। लेकिन यह रकम भी उनके खातों में जमा नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत मंडी प्रशासन से की। इस खुलासे के बाद यहां रतलाम जिले के आलोट तहसील के गांव पाटन के किसान भी मंडी पहुंचे, जिनके करीब 22 लाख रुपये का भुगतान बकाया था।

एसडीएम शिवलाल शाक्य का कहना है कि किसानों को स्वयं भी सतर्क रहना चाहिए। मामले की शिकायत पांच दिनों के भीतर करनी चाहिए थी। फिर भी हम किसानों की रकम दिलवाने के प्रयास कर रहे हैं। हमने मंडी व्यापारी का गो-डाउन सील किया है। उसका फोन भी बंद आ रहा है। इसमें जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी, हम कर रहे हैं।

मंडी सचिव पर्वत सिंह सिसोदिया ने बताया कि मंडी व्यापारी के गो-डाउन में पड़ी लहसुन को नीलाम कर इससे जो पैसे मिलेंगे, उनसे किसानों का भुगतान किया जाएगा। इसके बाद जो किसान बचेंगे, उन्हें मंडी नियमों के मुताबिक भुगतान करेंगे। हमने किसानों को कहा है कि उन्हें एक अप्रैल से पहले भुगतान कर दिया जाएगा।

0 फरार व्यापारी का धमकी भरा सुसाइड नोट
किसानों के साथ धोखाधड़ी के बाद फर्म संचालक अंबालाल पंवार गायब हो गया, उसका मोबाइल बंद आ रहा है। उसने कार्यालय में नोट बुक में किसानों को धमकाने के लिए एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने दो किसानों का जिक्र करते हुए सुसाइड करने की बात लिखी है। मंडी सचिव के मुताबिक, व्यापारी गुजरात में अपने बेटे के पास है। एक दो दिन में लौट आने की संभावना है।