दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मंजर सामने आया है। एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने के कारण चारपाई में शव को कंधा देकर परिजन अपने घर ले गए। शासन-प्रशासन कितना भी दावा कर ले, किंतु जरुरमंद और गरीबों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पाती है। ऐसा ही एक मामला दमोह जिले के पथरिया थानांतर्गत वार्ड क्रमांक 14 से सामने आया है, जहां पीएम के बाद शव को घर तक ले जाने के लिए एंबुलेंस (शव वाहन) की सुविधा नहीं मिली। मजबूरी में शव को चारपाई पर लिटाकर ले जाना पड़ा। जिसने भी इस दृश्य को देखा सभी व्यवस्था को कोसते नजर आए।
मिली जानकारी के अनुसार का 33 वर्षीय युवक की ट्रेन से टकराकर मौत हो गई थी। पथरिया के वार्ड क्रमांक 14 निवासी राजेश पिता नारायण अहिरवार उम्र 33 वर्ष की मौत के बाद मृतक के शव को घर तक पहुंचाने के लिए परिजनों को एंबुलेंस नहीं मिल सका। नगर परिषद में कई बार फोन लगाया गया। शव वाहन के लिए आग्रह भी किया गया। वार्ड के पार्षद हर प्रसाद अहिरवार द्वारा भी नगर परिषद में मृतक को घर तक पहुंचाने के लिए शव वाहन की मांग की गई, लेकिन शव वाहन उपलब्ध नही हो पाया। मजबूरी में शव को चारपाई लिटाकर घर तक ले जाया गया। मृतक की किसी ने भी आर्थिक सहायता नहीं की। मृतक के छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिसमें 1 करीब 8 साल का लड़का एवं 10 साल की लड़की भी है। बच्चों की परवरिश के लिए परिवार की आर्थिक स्थित कमजोर है। परिवार शव घर तक लाने के लिए भी सक्षम नहीं था। जानकारी मृतक के परिजन अनिल अहिरवार ने दी। —