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मध्यप्रदेश

हेल्थ विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर की हत्या का मामला: एक को आजीवन व दूसरे को दस साल कैद

मध्यप्रदेश/जबलपुर। हेल्थ विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर की हत्या के मामले में दो आरोपियों को दोषी करार दिया गया है। लूट के लिए दो नकाबपोश युवक विद्युत कर्मी बनकर ज्वाइंट डायरेक्टर हेल्थ के घर में घुसे थे। युवकों ने ज्वाइंट डायरेक्टर हेल्थ की हत्या कर लूट की वारदात को अंजाम दिया।

अपर सत्र न्यायाधीश अभिषेक सक्सेना ने हत्या के आरोप में एक दोषी को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है। दूसरे दोषी को दस साल की सजा से दंडित किया है।

अभियोजन की तरफ से न्यायालय को बताया गया कि हेल्थ विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर पदस्थ सलातुल्लाह कृतिका अपार्टमेंट सेंट नार्बड बिसहा रहते थे। उनके घर में 12 जून 2018 के शाम सवा सात बजे दो युवक आए और खुद को विद्युत विभाग का कर्मचारी बताते हुए दरवाजा खुलवाया। इसके बाद आरोपियों ने उनकी पत्नी आयशा की गर्दन पर चाकू अड़ा दिया और गले से सोने की चेन खींच ली और उसके पति सलातुल्लाह से रुपये लाने का कहा।

अभियोजन के न्यायालय को बताया कि इस दौरान आरोपी का नकाब चेहरे से गिर गया। आरोपी को डॉ. सफातुल्हाल ने पहचान लिया। इसके बाद आरोपियों ने चाकू से सलातुल्लाह का गला रेत दिया और छाती, पीठ सहित शरीर के अन्य हिस्सों में चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी।

आरोपियों ने मृतक की पत्नी आयशा, बेटी शैफी व नातिन शब्बीर को बाथरूम में ले जाकर बंद कर दिया और घर की अलमारी से जेवर व अन्य सामग्री लेकर फरार हो गए। सुनवाई दौरान पेश किए गए गवाह व साक्ष्यों के मद्देनजर अदालत ने आरोपी राजेन्द्र मालवीय को आजीवन कारावास तथा पवन विश्वकर्मा को दस साल की सजा से दंडित किया। शासन की ओर से जिला लोक अभियोजन अधिकारी अजय कुमार जैन ने पक्ष रखा।