मध्य प्रदेश /गुना। राघौगढ़ में स्थित NFL (नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड) प्लांट परिसर में पिछले 21 दिनों से दहशत का माहौल था। तेंदुए की उपस्थिति ने कर्मचारियों और रहवासियों के बीच भय का माहौल बना दिया था। वन विभाग और माधव नेशनल पार्क की टीम ने अंततः 21 दिनों की मेहनत और सूझबूझ के बाद तेंदुए को रेस्क्यू कर लिया। वन विभाग द्वारा बिछाए गए जाल में वह फंस गया। वह बकरी का शिकार करने के चक्कर में पिंजरे में कैद हो गया।
जानकारी के मुताबिक 8 जनवरी को सुरक्षाकर्मियों ने पहली बार तेंदुए को परिसर में सीसीटीवी कैमरों में घूमते हुए देखा था। इसके बाद वन विभाग को सूचित किया गया। वन विभाग के राघौगढ़ रेंज के रेंजर कैलाश अहीर ने डीएफओ के निर्देश पर तेंदुए की निगरानी बढ़ाई और प्लांट प्रशासन को सतर्क रहने के लिए कहा। NFL परिसर काफी बड़ा और घना है। यहां घने पेड़, जंगली घास, कई नाले और नहरें हैं, जो तेंदुए के छुपने के लिए उपयुक्त जगह बन गई थीं। तेंदुआ कभी-कभी कुत्तों का शिकार करता, लेकिन इसके अचानक हमला करने की आदत ने कर्मचारियों और रहवासियों को डर में डाल दिया था।
वन विभाग राघौगढ़ और परिसर की सुरक्षा में लगे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा इकाई ने तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए। इसके लिए माधव नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम को भी बुलाया गया। टीम ने कई पिंजरे लगाए और आखिरकार 21 दिनों बाद तेंदुए को पिंजरे में कैद करने में सफलता हासिल हुई। तेंदुए की वजह से कर्मचारियों और रहवासियों में भय का माहौल था। रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल होने के बाद सभी ने राहत की सांस ली।