छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आ रही है। यहां एक मरीज की गलत इंजेक्शन लगाने के कारण मौत हो गई, तो अस्पताल के लोगों ने डरकर मरीज की लाश को नहर में फेंक दिया। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने डॉक्टर समेत चार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, पूरा मामला अमरवाड़ा के वार्ड नंबर छह तालाब का है। जहां क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर ने मानवता की सारी हदें पार कर दी। घटना दो और तीन दिसंबर की दरम्यानी रात की बताई जा रही है। मामले में पुलिस ने बताया कि लहगडुआ निवासी पुसू राठौर पिता श्याम राठौर (60) सांस की बीमारी से पीड़ित थे।
दो दिसम्बर को इलाज कराने अमरवाड़ा के वार्ड नंबर छह में डॉ. दीपक श्रीवास्तव की क्लीनिक में आए थे। यहां डॉक्टर ने उन्हें स्लाइन और इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। अपनी करतूत छिपाने के लिए डॉक्टर दीपक श्रीवास्तव ने अपने भाई देवेन्द्र श्रीवास्तव स्टॉफ प्रदीप डहेरिया और कपिल मालवी की मदद से उस इंजेक्शन को लगाया। इंजेक्शन के लगते ही पुसू राठौर घबरा गए, जिसे क्लीनिक के पीछे वाले कमरे में ले जाकर ड्रेसिंग टेबल पर लिटा दिया। कुछ देर बाद पुसू राठौर की मौत क्लीनिक में हो गई।
इसी रात अंधेरा का फायदा उठाकर दीपक श्रीवास्तव, देवेन्द्र श्रीवास्तव, प्रदीप डहेरिया ने लाश को उठाया और अल्टो कार क्रमांक एमपी-09 सीई-5659 में पीछे वाली सीट में रखकर कार को बरगी के पास निगरी से गोकलपुर जाने वाली नहर के पानी में फेंककर वापस आ गए। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पुसू राठौर का शव जबलपुर के बरगी नहर में मिला। इसके बाद हंगामा मच गया। सभी चार आरोपी पर धारा-304, 201, 34 तथा म.प्र. आर्युविज्ञान की धारा-24 का अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
डॉक्टर सहित अन्य आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि इस मामले में तथाकथित डॉक्टर दीपक कुमार श्रीवास्तव पिता स्वर्गीय ओमप्रकाश श्रीवास्तव (64) उसका भाई देवेंद्र कुमार पिता स्वर्गीय ओमप्रकाश श्रीवास्तव (55) दोनों निवासी ग्राम मरकावाड़ा इसके अलावा क्लीनिक का स्टाफ के कपिल मालवी पिता रविंशकर मालवी (35) निवासी वार्ड नंबर सात अमरवाड़ा, प्रदीप डेहरिया पिता पिता गोविंद डेहरिया (29) निवासी ग्राम बिनेकी अमरवाड़ा को गिरफ्तार किया गया है।
मामले का खुलासा करने वाली टीम
अमरवाड़ा के इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करने वाली टीम में थाना प्रभारी राजेंद्र धुर्वे, उप. निरीक्षक दीपा ठाकुर, सउनि सुभाष तिवारी, करतार सिंह बघेल, राघवेन्द्र उपाध्याय प्र. आर. रामगनेश तिवारी, जय सिंह, आर. राजेंद्र, मनीष, अमृत और महेश शामिल रहे।