ग्वालियर। आदिवासी नाबालिग से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने एक आरोपी सहित एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने माता-पिता को कट्टे के बल पर रखकर इस वारदात को अंजाम दिया था। तीन आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। आरोपी गांव में एक किसान के घर मेहमान बनकर पहुंचे थे।
घटना से डरा सहमा परिवार सदमे में आ गया और एक दिन बाद पुलिस से शिकायत की। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि गांव के एक किसान के घर में तीन आरोपी मेहमान बनकर आए थे। जिस किसान के घर में आरोपी मेहमान बनकर ठहरे थे उसको गिरफ्तार कर लिया गया है। एक संदिग्ध को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
इस पूरे मामले में पुलिस के सामने चैलेंज यह था कि परिवार आरोपियों को नहीं पहचानता। परिवार मूल रूप से शिवपुरी जिले का रहने वाला है और डेढ़ महीने पहले भंवरपुरा इलाके के गांव में शिफ्ट हुआ है। परिवार में बेटी के अलावा दो बेटे हैं। बेटी सबसे बड़ी है।
सोमवार देर रात एक बजे लड़की अपने 10 साल के भाई को टॉयलेट कराने के लिए घर के बाहर बने बाथरूम ले जा रही थी। इसी बीच तीन बदमाश आए और दोनों भाई-बहन को पकड़ लिया। बच्चों के शोर मचाने पर माता-पिता भी बाहर निकल आए।
उन्होंने देखा कि दो बदमाश उनकी बेटी को पकड़कर खड़े थे। उनका साथी बेटे की गर्दन पकड़े था। वे कुछ समझ पाते, उससे पहले ही बदमाशों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। लड़की को घर के अंदर खींच ले गए। एक बदमाश लड़की के माता-पिता पर कट्टा ताने रहा। इसके बाद दो बदमाशों ने रेप किया। उनके बाद तीसरा बदमाश कमरे में घुसा।
इतने में आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोगों को आता देख आरोपी कट्टा लहराते हुए भाग गए। 24 घंटे के अंदर पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। अन्य फरार आरोपियों की पतासाजी जारी है।