इंदौर। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर में 494 करोड़ की लागत से बन रहे रेलवे स्टेशन का भूमिपूजन किया। वे समारोह में वर्चुअली जुड़े और देश में जारी रेलवे से जुड़े विकास कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि देशभर के 554 रेलवे स्टेशन विरासत और विकास के प्रतीक होंगे।
नए स्टेशनों में उस शहर की संस्कृति की छाप होगी। बीते दस वर्षों में देशवासियों ने नया भारत बनते देखा है। वंदे भारत ट्रेन जैसी सर्वसुविधा युक्त रेलगाडि़यां अब सफर को आसान बना रही है। भारतवासी अब छोटे सपने नहीं देखते। वे कुछ बड़ा करने का सोचते है और सपनों को पूरा करना भी जानते है।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वर्चुअली समारोह से जुड़े। उन्होंने कहा कि एक साथ 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास रेलवे के इतिहास में पहले कभी नहीं हुए है। वैष्णव ने कहा कि 2014 में रेलवे ब्रिज धीमी गति से बनते थे,लेकिन अब तेजी से काम हो रहे है। मध्य प्रदेश में 33 स्टेशनों को पुर्नविकास हो रहा है।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर में बनने वाला स्टेशन सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा। यहाँ भूमिगत पार्किंग रहेगी। इंदौर रेलवे स्टेशन में एयरपोर्ट जैसी व्यवस्था रहेगी। नए स्टेशन में शॉपिंग मॉल भी होंगे। एक हजार यात्रियों के लिए एसी कक्ष में बैठने की व्यवस्था रहेगी। नए स्टेशन से मेट्रो और बस स्टैण्ड भी जुड़ेंगे। रेलवे स्टेशन परिसर में एआईसीटीएसएल का छोटा बस स्टैंड भी होगा। दूसरे चरण में पार्क रोड स्टेशन की सुविधाएं बढ़ाई जाएगी।
विधायक मधु वर्मा ने कहा कि इंदौर में रेलवे स्टेशन के विस्तार की जरुरत लंबे समय से थी। महानगर का रूप ले चुके इंदौर को नई रेलगाड़ियां हर साल मिल रही है। उसके हिसाब से स्टेशन भी बड़ा होना चाहिए। विधायक मालिनी गौड़ ने कहा कि स्टेशन की नई बिल्डिंग समय की मांग है,क्योकि लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। अब इंदौर में लगातार रेल सुविधा भी मिलेगी। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने नृत्य भी पेश किए।