सतना। जिले में अज्ञात चोरों ने मुंबई-हावड़ा रेलखंड की पटरियों से 158 चाबियां निकाल ली थीं।घटना रविवार रात की हुई। महाकौशल एक्सप्रेस डाउन ट्रैक से गुजरी तो ट्रेन से एक बोरी टकरा गई। लोको पायलट को बोरियों में चाबियां होने का आभास हुआ, जिसके बाद रेल प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचे आरपीएफ के अधिकारियों ने घटनास्थल के पास से 158 चाबियां बरामद की। रेलवे ने इस मामले में उचेहरा थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
मुंबई-हावड़ा रेलमार्ग पर सतना-उचेहरा रेलवे स्टेशन के बीच रविवार की रात महाकौशल एक्सप्रेस के लोको पायलट की सतर्कता से एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। लोको पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए जबलपुर कंट्रोल को अलर्ट किया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पाया कि रविवार रात 9.15 बजे जिस समय जबलपुर से निजामुद्दीन की ओर जाने वाली महाकौशल एक्सप्रेस पिपरीकला से कुंदहरी के बीच डाउन ट्रैक से गुजरी। उस समय 37 कंक्रीट स्लीपर अनलॉक थे। मौके से 150 से अधिक चाबियां बरामद की गईं।
माना जा रहा है कि अज्ञात बदमाशों ने स्लीपर को लॉक करने के लिए लगाई गईं चाबियां निकाल ली थीं। मौके से दो साइकिल, हथौड़ा और पाना भी मिला है। महाकौशल के पीछे जबलपुर-रीवा इंटरसिटी और ताप्ती गंगा भी थी। आनन-फानन में ब्लॉक लिया गया। लगभग 40 मिनट के दौरान क्रांकीट स्लीपर को चाबियां लगाकर नए सिरे से लॉक किया गया। ट्रैक की फुल स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा है। ट्रैक दुरुस्त हो जाने के बाद सुबह 11.15 बजे तक गाडियां 30 किलोमीटर प्रतिघंटा के कॉशन पर चलाई गईं।
घटना की जानकारी मिलने पर सोमवार को आरपीएफ के आईजी प्रदीप गुप्ता और कमांडेंट अरुण त्रिपाठी, एमपी पुलिस के एडीजीपी केपी वेंकटेश्वर राव और सतना एसपी आशुतोष गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे। कमांडेंट अरुण त्रिपाठी ने बताया कि अज्ञात आरोपियों को पकड़ने के लिए आरपीएफ के चार इंस्पेक्टर की टीम बनाई गई है। टीम में रेल पुलिस के दो दर्जन से भी ज्यादा जवान शामिल किए गए हैं। रेल पथ उचेहरा के वरिष्ठ खंड अभियंता वरुण शुक्ला की शिकायत पर उचेहरा थाने में रेलवे एक्ट 1989 की धारा 150 के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही एहतियातन नाइट पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। उचेहरा पुलिस भी घटना की अलग से जांच करेगी। साइबर सेल को भी सक्रिय किया गया है।