महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति को छप्परफाड़ जनादेश मिला है। इन चुनावी नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधते हुए इसे भारतीय राजनीति में “परजीवी पार्टी” करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस न केवल अपनी हार का कारण बन रही है, बल्कि कांग्रेस अपने साथियों की भी नाव डुबो देती है।
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी ने चुनाव में वीर सावरकर के मुद्दे को अस्थायी रूप से छोड़ा, लेकिन इससे जनता का विश्वास नहीं जीत सकी। कांग्रेस और उसके गठबंधन ने राज्य में हर पांच में से चार सीटों पर हार का सामना किया और उनका स्ट्राइक रेट 20% से भी कम रहा।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और वोट बैंक के लिए संविधान के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2014 में सत्ता से जाते-जाते दिल्ली और उसके आसपास की कई संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दीं। उन्होंने इसे बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान निर्माताओं के साथ विश्वासघात बताया। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने “झूठे सेक्युलरिज्म” के नाम पर देश की पंथनिरपेक्ष परंपरा को नुकसान पहुंचाया है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर सामाजिक न्याय की भावना को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी जाति के खिलाफ लड़ने के बजाय अब जाति का जहर फैलाने में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का “शाही परिवार” अपनी सत्ताभूख को शांत करने के लिए देश और समाज के हितों की अनदेखी कर रहा है। ये पार्टी न केवल अपनी विचारधारा से भटक गई है, बल्कि अपने पुराने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को भी निराश कर रही है।