नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में पिछले तीन-चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से दंतेवाड़ा में एनएमडीसी का बांध टूट गया। इससे किरंदुल शहर और आसपास के इलाके जलमग्न हो गए। सौ से अधिक घरों में पानी घुस गया, कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। उधर, गुजरात, उत्तराखंड, मुंबई, आंध्र प्रदेश समेत देश के अन्य हिस्सों में भारी बारिश का कहर जारी है।
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है। 826 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। बारिश और बाढ़ प्रभावित जिलों में एसडीआरएफ की 20 और एनडीआरएफ की 11 टीमों को लगाया गया है। उत्तराखंड में जगह-जगह पहाड़ टूटने से सड़कें बंद हो गई हैं। मुंबई से लेकर दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश से भीषण तबाही मची है। मौसम विभाग ने हिमाचल समेत कई राज्यों के लिए अलर्ट भी जारी किया है और अगले तीन से चार दिनों तक मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है।
दंतेवाड़ा में बांध टूटने से किरंदुल शहर में जलजला आ गया। पानी का रौद्र रूप देखकर लोग सहम गए और लोग घर छोड़कर भाग गए। जो लोग पानी में फंस गए उन्हें प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिससे में जल प्रलय की तस्वीर नजर आ रही है और गाड़ियां उसमें बहती नजर आ रही हैं। जिला प्रशासन लगातार बचाव कार्य में लगा है। कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गुजरात : मकान ढहा मलबे में 8 लोग दबे
गुजरात पुलिस ने बताया कि द्वारका जिले के जाम खंबालिया शहर में भारी बारिश के कारण मंगलवार को एक इमारत ढह गई, जिसमें आठ लोग दब गए। फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमों ने छह घंटे की मशक्कत के बाद आठों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। गुजरात के नवसारी, जूनागढ़, कच्छ समेत कई जिलों में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया है।
हिमाचल में अब तक 47 की मौत, दर्जनों सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में वर्षा जनित घटनाओं में अब तक 47 लोगों की जान जा चुकी है और करोड़ों रुपये की संपत्तियों का नुकसान हुआ है। बारिश के कारण मलबा गिरने से 15 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है। इनमें 12 सड़कें मंडी और किनौर और कांगड़ा में एक-एक सड़क बंद हैं।
गंगोत्री हाईवे पर बोल्डर व मलबा
भारी बारिश के कारण उत्तरकाशी जिले में नेताला, बिशनपुर और सैंज में भूस्खलन के चलते बुधवार को गंगोत्री हाईवे बंद हो गया था। इसके चलते पैदल कांवड़ यात्रियों के साथ ही कई वाहन हाईवे पर ही फंस गए। एनडीआरएफ ने बोल्डर और मलबे के बीच ही रोप लगाकर कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित निकाला और फिर उनकी यात्रा सुचारू करवाई। वहीं 12 घंटे की मशक्कत के बाद बीआरओ ने हाईवे खोला जिसके बाद वाहनों की आवाजाही भी सुचारू हो गई।
मुंबई में कई इलाकों में पानी भरा, लोकल की रफ्तार थमी
मूसलाधार बारिश से मुंबई भी जलमग्न है। कई निचले इलाकों के मकानों में पानी भर गया है। बुधवार सुबह सायन और माटुंगा स्टेशनों के बीच एक ओवरहेड तार पर बांस का ढांचा गिरने से मुंबई उपनगरीय नेटवर्क की मेन लाइन पर लोकल ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं। इसके चलते कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। राज्य के कोल्हापुर में पंचगंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।