नई दिल्ली। आसमान में आज एक अनोखी घटना देखने को मिलेगी। आज दिखने वाला सुपर ब्लू मून अन्य सुपर मून की तुलना में काफी बड़ा होगा, क्यांेकि यह धरती के बेहद करीब होगा। इसके अलावा आप इसके रंग को भी आसानी से देख सकेंगे। यह एक ऐसी घटना है जो कई वर्षों में सिर्फ एक बार दिखाई देती है। इस दिन पूर्णिमा का चांद और सुपरमून एक साथ होंगे। भारत में भी यह दिखेगा।
आखिर यह क्या है?
एक ही महीने में जब दो पूर्णिमा दिखाई दे, उसे ब्लू मून कहते हैं। पूर्णिमा आम तौर पर महीने में सिर्फ एक ही बार दिखाई देती है। लेकिन जब ब्लू मून हो तो यह दो बार होती है। एक पूर्णिमा 29.5 दिनों बाद आती है। साल भर में 12 महीने होते हैं, लेकिन 12 पूर्णिमा 354 दिनों में पूरी हो जाती है। एक 13वां पूर्णिमा हर 2.5 वर्षों में दिखता है। 13वां चंद्रमा वाला साल ही ब्लू मून होता है।
0 इसलिए कहते हैं सुपर ब्लूमून
चंद्रमा धरती का चक्कर लगाता है, लेकिन इस दौरान धरती से इसकी दूरी कम या ज्यादा भी होती रहती है। जब पूर्णिमा हो और चांद धरती के करीब भी हो तो यह सुपरमून कहलाता है। इस दौरान यह ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। औसतन सुपरमून बाकी पूर्णिमा से 16 फीसदी ज्यादा चमकदार दिखता है। चूंकि 30 अगस्त को सुपरमून भी है और साथ ही ब्लू मून भी है, इस कारण इसे सुपर ब्लू मून कहा जा रहा है।
0 रात 8.37 पर दिखेगा
आज रात 8.37 बजे सुपरमून अपनी सबसे ज्यादा चमक पर पहुंचेगा। ब्लू सुपरमून बेहद दुर्लभ है। नासा के अनुसार खगोलीय स्थितियों के कारण ये चंद्रमा हर दस साल में केवल एक बार दिखाई देते हैं। कई बार यह 20 वर्षों में भी दिखाई दे सकते हैं।