नईदिल्ली। उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही शाइस्ता परवीन समेत तीन आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। कमिश्नरेट पुलिस की रिपोर्ट पर इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। इनमें पांच लाख का इनामी गुड्डू मुस्लिम व साबिर भी शामिल है। इस कार्रवाई के बाद अब तीनों देश छोड़कर नहीं जा पाएंगे।
एक साल तक रहेगा प्रतिबंध तीनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने की सूचना गृह मंत्रालय के माध्यम से सभी एयरपोर्ट, बंदरगाह व अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात अधिकारियों को भेज दी गई है। सूत्रों ने बताया कि लुकआउट नोटिस की वैधता एक साल तक है। यानी तीनों फरार आरोपियों के एक साल तक देश छोड़कर जाने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। जरूरत पड़ने पर कमिश्नरेट पुलिस इस अवधि को बढ़वाने के लिए भी रिपोर्ट भेज सकती है।
क्या है लुकआउट नोटिस लुकआउट नोटिस को लुकआउट सर्कुलर भी कहा जाता है। यह जिसके खिलाफ जारी होता है, उस व्यक्ति को देश छोड़कर जाने की इजाजत नहीं होती। यही वजह है कि एयरपोर्ट, बंदरगाहों व अन्य सीमाओं पर लगे आव्रजन अधिकारियों को इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे में अगर वह व्यक्ति उपरोक्त स्थानों पर पहुंचता है तो उसे तुरंत हिरासत में ले लिया जाता है और फिर इसकी सूचना उस एजेंसी को दी जाती है, जिसकी ओर से लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
एफआईआर से लेकर नाम-पता व अन्य जानकारियां शामिल लुकआउट नोटिस में फरार चल रहे तीनों आरोपियों शाइस्ता, गुड्डू मुस्लिम व साबिर की तस्वीर के साथ ही उनका नाम, पता व अन्य जानकारियां दी गई हैं। इनमें उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ी उस एफआईआर का विवरण भी है, जिसमें तीनों 80 दिन से फरार चल रहे हैं। साथ ही पुलिस के उन अफसरों के पदनाम व मोबाइल नंबर हैं, जो इस मुकदमे से संबंधित हैं।
