फरीदाबाद। मकान दिलाने के नाम पर बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। शक होने पर उसने अपने तौर पर जांच की तो पता लगा कि दिखाए गए सारे कागजात झूठे व नकली हैं। उसने उससे मकान दिलाने की एवज में एक करोड़ 35 लाख 30 हजार 528 रुपये ले लिए। इस बारे में दंपती से बात की, लेकिन वह टाल-मटोल कर गए।
प्रार्थी को एक मकान की तलाश थी। उसने अपने जानकार प्रापर्टी डीलर सेक्टर-तीन निवासी धीरज और सेक्टर-सात डी निवासी भगवतीचरण से बात की। दोनों ने उसे बताया कि सेक्टर-75 में रहने वाले मनोज और उसकी पत्नी लतिका बैंकों व अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा नीलामी में बेची जाने वाली आवासीय जायदाद दिलवाते हैं। यह सुनने के बाद वह धीरज व भगवतीचरण नेगी के साथ मनोज व उसकी पत्नी लतिका से 12 जून 2023 को मिला। दंपती उसे साथ लेकर सेक्टर-9 पहुंचे। वहां 500 वर्गगज में मकान बना हुआ था। बताया कि यह मकान ईडी द्वारा नीलामी में बेचा जा रहा है। इससे संबंधित दस्तावेज लैपटाप पर उसे दिखाए गए। मकान की कीमत तीन करोड़ 20 लाख 76 हजार 320 रुपये बताई गई।
मकान दिलवाने की एवज में दोनों ने अपना 10 लाख रुपये कमीशन तय किया। 13 जून 2023 को मनोज ने भगवतीचरण नेगी को इस मकान को खरीदने के लिए 32 लाख सात हजार 632 रुपये का चालान भेजा। यह रकम उसने खाते से भेज दी। इसके बाद मनोज को कमीशन के रूप में सात लाख रुपये दे दिए। इसके बाद मनोज और पैसे मांगता चला गया। वह उसे देता रहा।
शक होने पर उसने अपने तौर पर जांच की तो पता लगा कि मनोज द्वारा दिए व दिखाए गए सारे कागजात झूठे व नकली हैं। उसने उससे मकान दिलाने की एवज में एक करोड़ 35 लाख 30 हजार 528 रुपये ले लिए। उसने इस बारे में दंपती से बात की, लेकिन वह टाल-मटोल कर गए। मनोज पैसे वापस करने का आश्वासन देता रहा, लेकिन काफी समय गुजर गया। उसने पैसे नहीं दिए। बल्कि उस पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इस मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त को दी गई। इसके बाद पुलिस टीम ने जांच की। अब मुकदमा दर्ज कर लिया है।