जयपुर। राजस्थान के पाली जिले में जोधपुर से गुजरात के साबरमती के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को लगातार दूसरे दिन भी पलटाने की साजिश की गई।
पहली बार 23 अगस्त को जवाई बांध-बिरोलिया के बीच ट्रैक पर पांच किलो वजन का सीमेंट व कंकरीट का बना ब्लाक रखा गया था। तेज गति से दौड़ रही ट्रेन इस ब्लाक से टकरा भी गई। तेज आवाज सुनाई देने पर लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया था, जिससे बड़ा हादसा टला। उस वक्त ट्रेन में 375 यात्री सवार थे। इस मामले में रेलवे के सेक्शन इंजीनियर ने अज्ञात अपराधियों पर पुलिस में मामला भी दर्ज कराया।
उधर, इसके अगले दिन 24 अगस्त को फिर उसी स्थान पर सीमेंट और कंकरीट के बने दो ब्लाक पटरी पर रखे गए। हालांकि, ट्रेन के उस स्थान पर पहुंचने से पहले ही रेलकर्मियों को सूचना मिल गई और दोनों ब्लाक हटा दिए गए। लगातार दो दिन इस तरह की घटना से रेल प्रशासन और पुलिस की चिंता बढ़ गई है।
ट्रेनों व पटरियों की सुरक्षा को लेकर चर्चा
रेलवे अधिकारियों ने मंगलवार को जोधपुर में इस संबंध में बैठक कर ट्रेनों व पटरियों की सुरक्षा को लेकर चर्चा की। उधर, जोधपुर के पुलिस महानिरीक्षक ने पाली जिला पुलिस अधीक्षक से ट्रेल को डीरेल करने की साजिश करने वालों की तलाश करने के सख्त निर्देश दिए हैं। जिले में पटरियों पर पुलिस और आरपीएफ के जवान संयुक्त रूप से गश्त में जुटे हैं।