पानीपत। मंगलवार की रात्रि 12.38.07 पर भूकंप से धरती हिल गई। नेशनल सीस्मोलाजी सेंटर के अनुसार इसका केंद्र पानीपत रहा है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.0 मापी गई है। इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर गहराई में रहा।
बता दें कि भूकंप की दृष्टि से पानीपत अतिसंवेदनशील है। सर्दी का मौसम होने के कारण अधिकांश लोग कंबल-रजाई ओढ़कर सोए हुए थे। जिन्हें भूकंप का पता चला वो घरों से बाहर निकल आए। एक माह के अंतराल में दूसरी बार भूकंप आया है।
26 नवंबर को भी आया था भूकंप
इससे पहले 26 नवंबर को भी भूकंप आया था। उसका केंद्र सोनीपत में था और तीव्रता भी 3.0 ही थी। तब अलसुबह चार बजे के आसपास झटके महसूस किए गए थे। विज्ञानियों की मानें तो पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है।
16 जिले अति संवेदनशील
नीचे तरल पदार्थ लावा है। इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं। जब भी ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तब कई बार प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं। ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेटें टूटने लगती हैं। नीचे से आने वाली ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ लेती है। इससे विक्षोभ पैदा करता है तो भूकंप आता है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के मुताबिक हरियाणा के 16 जिले भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील हैं, इनमें पानीपत भी शामिल है। बाकी जिलों में पलवल, फरीदाबाद, गुड़गांव, मेवात, रेवाड़ी, नारनौल, झज्जर रोहतक, करनाल, कुरुक्षेत्र, युमनानगर, अंबाला, पंचकूला, सोनीपत, भिवानी है। इन जिलों को जोन चार में शामिल किया गया है।