तरनतारन। पंजाब के तरनतारन के कस्बा हरिके में रविवार को आढ़ती राम गोपाल की गोलियां मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस की ओर से नामजद किए गए गैंगस्टर रणजीत सिंह राणा की बुधवार को गुरदासपुर जिले के कस्बा बटाला के गांव रंगड़ नंगल के पास पुलिस से मुठभेड़ में घायल होने के बाद मौत हो गई। इस मुठभेड़ में एक पुलिस कर्मी घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार रंगड़ नंगल थाने के अंतर्गत बुधवार शाम नाके के दौरान पुलिस पार्टी ने एक बाइक सवार को रोकने की कोशिश की। बाइक सवार आरोपित रणजीत सिंह राणा ने पुलिस पर गोलियां चलाकर वहां से फरार होने की कोशिश की। पुलिस ने अपने बचाव में जवाबी कार्रवाई कर राणा को गोली मारकर घायल कर दिया। उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, परंतु वहां उसकी मौत हो गई। आढ़ती राम गोपाल की रविवार को दो शूटरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। कुछ ही घंटे के बाद दोनों शूटरों को पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया था। एनकाउंटर में एक शूटर को गोली लगी थी जबकि दूसरा शूटर भागने के चक्कर में अपनी टांग तुड़वा बैठा था।
मामले की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि राणा ने आढ़ती राम गोपाल की हत्या करवाई थी। राणा ने 7 अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर के करीबी व गांव तलवंडी मोहर सिंह के पूर्व सरपंच राजविंदर सिंह उर्फ राज गिल की भी गोलियां मारकर हत्या करवाई थी। बताया जा रहा है कि राणा विदेश में बैठे गैंग्सटर प्रभ दासूवाल व बलविंदर सिंह दोनी का करीबी है। राणा पर थाना तरनतारन, मजीठा आदि में पहले से ही केस दर्ज हैं। घटना को लेकर डीआईजी सतिंदर सिंह ने बताया कि बटाला पुलिस के साथ हई मुठभेड़ में आरोपित रंजीत सिंह की मौत हो गई है। जबकि पुलिस का एएसआई भी गोली लगने से घायल हो गया है। फिलहाल घायल आरोपित को बटाला सिविल अस्पताल इलाज के लिए लाया गया है। मृतक आरोपित रणजीत सिंह का सबंध विदेश में बैठे गैंगेस्टरों से थे।