Home » बच्चे के रोने व तेंदुए के गुर्राने की आवाज सुनकर मां दौड़कर आई बाहर, नहीं दिखा बच्चा तो परिजनों ने रातभर जंगल में ढूंढ़ा, फिर…
देश

बच्चे के रोने व तेंदुए के गुर्राने की आवाज सुनकर मां दौड़कर आई बाहर, नहीं दिखा बच्चा तो परिजनों ने रातभर जंगल में ढूंढ़ा, फिर…

हिमाचल प्रदेश/कुल्लू। बीती रात जंगल से भटककर एक तेंदुआ गांव पहुंच गया। यहां एक घर के आंगन में खेल रहे बच्चे को उठाकर ले गया। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। परिजनों का हाल रो-रोकर बेहाल हो गया, फिर दूसरे दिन क्षत-विक्षत हालत में लाश मिलने से पूरा गांव शोक में डूब गया। घटना कुल्लू जिले के दलाश क्षेत्रांतर्गत बखनाओं पंचायत की है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की रात बखनाओं पंचायत के काथला गांव में एक घर के आंगन में 6 साल का बच्चा खेल रहा था। इस दौरान जंगल से भटककर एक तेंदुआ गांव पहुंच गया। यहां खेलते हुए बच्चे को तेंदुआ मुंह में दबाकर ले गया। बच्चे के रोने व तेंदुआ के गुर्राने की आवाज सुनकर मां बाहर निकलीं तो बच्चा आंगन में नहीं था। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया। लोग पूरी रात बच्चे को लगते जंगल में ढूंढ़ते रहे लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। आज सुबह क्षत-विक्षत हालत में बच्चे की लाश बरामद हुई। घटना के बाद से गांव में शोक की लहर है।

0 बढ़ाया जाएगा गश्त : एसडीएम
डीएफओ लूहरी चमन लाल ने बताया कि तेंदुए के हमले की सूचना मिलते ही वन विभाग के बचाव दल को मौके पर भेजा गया। ग्रामीणों की मदद से बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। विभाग की ओर से फौरी राहत के तौर पर 50 हजार रूपए प्रदान किया गया है। वहीं एसडीएम आनी नरेश ने कहा है कि विभाग को क्षेत्र में ऐसी जगह पर पिंजरा लगाने निर्देशित किया जाएगा साथ ही वनों में गश्त बढ़ाने के लिए कहा जाएगा ताकि इस तरह की घटना पर रोक लगाया जा सके।

0 विधायक ने दुख व्यक्त किया
घटना पर विधायक आनी लोकेंद्र कुमार ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन से मांग किया है कि जंगल के नजदीक मकानों के लिए सोलर लाइट की व्यवस्था की जाए ताकि घरों के बाहर जंगली जानवरों के प्रवेश पर नजर रखी जा सके।