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जाको राखे साईंया मार सके ना कोय: ट्रेन हादसे में बिना खरोंच सकुशल लौटा परिवार, खड़गपुर से चेन्नई जा रहे थे

खड़गपुर। कहावत हैं कि जाको राखे साईंया मार सके ना कोय, यानि जिसकी रक्षा खुद उपर वाला करता हैं उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। यह कहावत सच साबित हो रही है पूर्व मेदिनीपुर के रहने वाले इस परिवार के साथ। इसे संयोग ही कहे कि जिस हादसे में अब तक 261 से अधिक लोगो की मौत हो चुकी हैं, वही हादसे के मंजर को अपनी आंखों से देखकर एक परिवार सकुशल अपने घर लौट आया हैं। यह परिवार भी उसी ट्रेन पर सवार था जो ट्रेन 200 से ज्यादा यात्रियों के लिए ताबूत साबित हुई।
दरअसल बालासोर रेल दुर्घटना के बाद एक ही परिवार के तीन सदस्य सुरक्षित अपने घर लौट आएं हैं। परिवार ने चर्चा करते हुए बताया कि वे खड़गपुर से चेन्नई जाने के लिए रवाना हुए थे। बालासोर के पास ही उन्हें एक झटका लगा और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। उन्हें समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, उन्हें बचने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन इस परिवार ऊपर वाले की ऐसी नेमत बरसी की तीनो हादसे के बाद बचकर वापस अपने घर लौट आए हैं।
बता दे की उड़ीसा के बालासोर के बनगहा के पास घटित ट्रेन हादसे में अब तक आधिकारिक तौर पर 261 लोगों की मौत हो चुकी हैं, वही इस हादसे में घायल करीब 900 लोगों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया हैं। हादसे की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही हैं। विदेशो से भी इस घटना पर दुःख जताया जा रहा हैं। कई देशो के प्रमुखों ने घटना पर मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उड़ीसा जाकर घायलों से मुलाकात करेंगे और घटना की जानकारी लेंगे।
इस भयावह ट्रेन हादसे के बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई हैं। सियासी दलों ने अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया हैं। घटनास्थल पर युद्धस्तर पर राहत बचाव कार्य जारी हैं। आशंका जताई जा रही हैं कि इस हादसे में हताहतों की संख्या में इजाफा हो सकता हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने मृतकों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता का एलान कर दिया हैं।