नई दिल्ली। चंद्रयान-3 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक बड़ी जानकारी ट्विटर पर साझा की है। सोमवार को इसरो ने एक वीडियो जारी कर बताया कि लैंडर विक्रम ने अपना हाॅफ एक्सपेरीमेंट सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। सभी सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हैं। इस हाॅफ एक्सपेरीमेंट के जरिए त्ंउचए ब्ींैज्म् और प्स्ै। को वापस मोड़ा गया फिर सफलतापूर्वक पुनः चांद की सतह पर तैनात किया गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस एक्सपेरीमेंट के आधार पर इसरो अब आगे के मिशनों में चांद से धरती पर वापस यान को ला सकेगा। फिलहाल यह टेस्ट सफल रहा और इससे वैज्ञानिक काफी खुश हैं।
इसरो ने रविवार को बताया कि चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान के 10 दिन चंद्रमा की सतह पर पहला टास्क पूरा करने के बाद अब स्लीप मोड पर चला गया है। दरअसल चांद के साउथ पोल पर रात हो गई है और ऐसे में रोवर का काम करना नामुमकिन है। वर्तमान में चांद के साउथ पोल का तापमान माइनस 200 डिग्री के नीचे है। अब चांद के इस हिस्से पर जब सूरज दोबारा उगेगा, तब रोवर प्रज्ञान को स्लीप मोड से वर्क मोड पर लाया जाएगा।