रांची। झारखंड के लोहरदगा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें महिला के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने उसके पेट में तौलिया छोड़ दिया। पेट दर्द की शिकायत के बाद जब अल्ट्रासाउंड कराया गया तो सच्चाई का पता चला। इसके बाद महिला को इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया, जहां उनका इलाज होना शुरू हो गया है। महिला लोहरदगा सदर अस्पताल में प्रसव पीड़ा को लेकर भर्ती हुई थी।
रिम्स में इलाज के लिए एक महिला मरीज कौशिला देवी को भरती कराया गया था। चार माह पूर्व 26 जून को लोहरदगा सदर अस्पताल में प्रसव पीड़ा को लेकर भर्ती हुई थी। यहां उसकी सर्जरी की गई। इसी दौरान डॉक्टरों ने उसके पेट में तौलिया छोड़ दिया। जिसके बाद महिला को लगातार दर्द की शिकायत रहने लगी। दर्द का इलाज के लिए जब वह फिर से सदर पहुंची, तो शुरू में डॉक्टरों ने दर्द की दवा देकर उसकी समस्या को टालते रहे, लेकिन जब अल्ट्रासाउंड कराया गया तो पता चला कि महिला के पेट में कपड़े का टुकड़ा है। इसके बाद उसे इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया। डॉक्टरों की लापरवाही पर मरीज के परिवार वालों ने डालसा सचिव को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है। इस संबंध में डालसा प्रतिनिधि अनिता यादव ने बताया कि शनिवार को रिम्स पहुंचने के बाद महिला का इलाज शुरू कर दिया गया है।
रिम्स में डॉक्टर निकालेंगे पेट से तौलिया
लोहरदगा के मसमानों की रहने वाली कौशिला देवी का 26 जून को ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के कुछ घंटों के बाद ही उसे दर्द शुरू हो गया। चार महीनों में दर्द कम होने की बजाय बढ़ता ही रहा। महिला ने इलाज के लिए दूसरे डाक्टरों से संपर्क किया, जिसने अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट देखने पर बताया कि उसकी पेट में कपड़े का टुकड़ा छूट गया है। परिजनों ने बिना देर किए उसे रिम्स में भर्ती कराया। रिम्स में डा. मीना मेहता की यूनिट में महिला का इलाज शुरू कर दिया गया है।