राजौरी। जम्मू कश्मीर में जिला राजौरी के बडाल गांव को कनटेंमेंट जोन (नियंत्रित क्षेत्र) घोषित करने और कई एहतियातन कदम उठाने के बाद भी बीमार होने वाले मरीजों का सिलसिला थम नहीं रहा। गांव में तीन सगी बहनों समेत चार युवतियां बीमार हो गईं। इनमें तीनों बहनों को वायुसेना के हेलीकाप्टर से जम्मू रेफर कर दिया गया। इनमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। इन्हें आगे के उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजने की भी तैयारी की जा रही है। पिछले 24 घंटे में गांव के पांच लोग बीमार हो चुके हैं।
इससे पहले मंगलवार रात को गांव के एक युवक की गंभीर हालत होने पर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था। वहीं, इन बीमार लोगों के संपर्क में आए ग्रामीणों को प्रशासन की ओर से राजौरी के नर्सिंग कॉलेज में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। देर रात तक गांव के ऐसे 60 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में लाया जा चुका था और बाहर कंटीली तार लगाकर पुलिस की तैनाती की जा चुकी है। इस बीच, गृह मंत्रालय की ओर से भेजी गई अंतर मंत्रालयीय टीम तीन दिन गांव का दौरा कर व विभिन्न सैंपल लेकर देर शाम दिल्ली के लिए रवाना हो गई। अब यह टीम सैंपल की जांच करेगी और रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेगी। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि बडाल गांव में हो रही मौतों के पीछे क्या कारण है। वहीं, जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) आनंद जैन के साथ जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार ने भी बडाल गांव का दौरा कर राजौरी में अधिकारियों के साथ हालात को लेकर बैठक भी की।