सूरत। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय भवन सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया। इसी के साथ अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन को पीछे छोड़कर भारत में अब दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन शुरू हो गया है। 80 वर्षों तक, पेंटागन दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत थी। लेकिन, यह अब यह उपाधि गुजरात के सूरत में निर्मित इमारत ने ले ली है।
सूरत डायमंड बोर्स के अलावा पीएम मोदी ने सूरत एयरपोर्ट के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का भी उद्घाटन किया है। टर्मिनल भवन अपने सबसे बिजी दौर में भी 1200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने में सक्षम है।
गौरतलब है कि सूरत को विश्व की रत्न राजधानी के रूप में जाना जाता है, जहां दुनिया के 90% हीरे तराशे जाते हैं। नवनिर्मित सूरत डायमंड बोर्स में 65,000 से अधिक हीरा पेशेवर एक साथ काम कर सकेंगे।
15 मंजिला यह इमारत 35 एकड़ भूमि में फैली हुई है और इसमें नौ आयताकार संरचनाएं बनी हैं, जो एक केंद्र से आपस में जुड़ी हैं। इस भव्य इमारत का निर्माण करने वाली कंपनी के अनुसार, इसमें 7.1 मिलियन वर्ग फुट से अधिक फर्श की जगह मौजूद है। इमारत का निर्माण चार साल में पूरा हुआ है।
0 मॉर्फोजेनेसिस कंपनी ने बनाया था इमारत का डिजाइन
एक अंतरराष्ट्रीय डिजाइन प्रतियोगिता के बाद भारतीय आर्किटेक्ट कंपनी मॉर्फोजेनेसिस (Morphogenesis) ने इस इमारत का डिजाइन तैयार किया था। गढ़वी ने बताया कि यह परियोजना पेंटागन को पछाड़ने की प्रतिस्पर्धा का हिस्सा नहीं है, बल्कि परियोजना का आकार मांग के आधार पर तय किया गया था। उन्होंने कहा कि इमारत में बने सभी कार्यालय निर्माण से पहले हीरा कंपनियों ने खरीद लिए थे।