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उत्तराखंड में बारिश ने बरपाया कहर, बाढ़ में बहने लगी बस, कूदे यात्री, अब तक 56 की मौत

देहरादून। नॉर्थ इंडिया में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने कहर बरपा दिया है। लैंडस्लाइड्स और बाढ़ के चलते उत्तराखंड सहित हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हाहाकार मचा हुआ है।
उत्तराखंड में बारिश की वजह से हुए हादसों में 8 लोगों की मौत हो गई। अगर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली को जोड़ लें, तो 7 स्टेट में अब तक 56 जानें जा चुकी हैं। उत्तराखंड के शीशम बाड़ा इलाके में एक बस बाढ़ में फंस गई। हिमाचल रोडवेज की इस बस में सवार यात्रियों ने कूदकर अपनी जान बचाई।

13 जुलाई तक स्कूल-कॉलेज बंद

बारिश, भूस्खलन और सड़क ब्लॉक होने को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों की एंट्री बंद कर दी है। राज्य में 195 सड़कें ब्लॉक हैं। राज्य मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। नैनीताल के जिला प्रशासन ने 13 जुलाई तक सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को बंद करने की घोषणा की है।

उत्तर भारत में भारी बारिश: हिमाचल में 36 घंटे में 13 लैंडस्लाइड

अगर हिमाचल प्रदेश की बात करें, तो 36 घंटों में यहां 13 भूस्खलन और 9 बार बाढ़ देखी गई। हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई। घरों को बड़े पैमाने पर नुकसान होने की खबर है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे सहित 736 सड़कें ब्लॉक हैं। सरकार ने कहा है कि 12 जुलाई तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। रात भर हुई बारिश से अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए पंडोह बांध के द्वार खोले जाने के बाद ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर अनुसार, मंडी, कुल्लू और लाहौल और स्पीति जिलों में भारी बारिश ने कहर बरपाया, जिससे संपत्ति को काफी नुकसान हुआ। मनाली के पास बाहंग में अचानक आई बाढ़ में कई दुकानें बह गईं, जबकि कुल्लू के पतलीकुहल के पास ब्यास में बाढ़ आने से एक निर्माणाधीन घर डूब गया।

उत्तरभारत में कई नदियां उफान पर

रावी, ब्यास और सतलुज सहित सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और पर्यटकों को भारी बारिश के दौरान यात्रा करने से बचने और नदी के पास न जाने की सलाह दी गई है। उत्तर भारत में बारिश के कारण रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। उत्तर रेलवे ने कहा कि उसने 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 12 अन्य का मार्ग बदल दिया है।

लद्दाख में भारी से 450 साल पुरानी ईमारत ढही

9 जुलाई की शाम क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह शहर के खारयूक इलाके में 450 साल पुरानी एक इमारत ढह गई। एक स्थानीय निवासी हैदर ने बताया कि भारी बारिश के कारण इलाके में कुछ पुराने घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। आईएमडी के अनुसार, रविवार को पिछले 9 घंटों के दौरान लेह में 14.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। यहां 2010 में बादल फटा था, लेकिन नुकसान इतना नहीं हुआ था। लेकिन इस बार पुरानी इमारतों को काफी नुकसान हुआ है। मेट्रोलॉजिकल सेंटर लद्दाख ने कहा कि क्षेत्र के ऊंचे इलाकों में व्यापक बारिश और बर्फबारी जारी रहने की संभावना है। आईएमडी ने आजकल में लद्दाख के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

जम्मू कश्मीर में भारी बारिश से रामबन की सड़क बही

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण रामबन जिले में सड़क का एक हिस्सा ढह जाने के बाद सोमवार को जम्मू और श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद करना पड़ा। यहां के लोगों के अनुसार क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सड़कें बह रही हैं। लोग बहुत सारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।