हिमाचल प्रदेश. राजधानी शिमला से आई है जहां लगातार तेज बारिश होने के कारण शिवमंदिर ढह गया है। अभी तक 9 शव निकाल लिए गए हैं, जबकि 50 से ज्यादा श्रद्धालुओं के दबे होने की आशंका है। मौके पर बचाव अभियान जारी है। सावन के सोमवार की वजह से मंदिर में कई लोग पहुंचे थे। इसके अलावा शिमला के लाल कोठी में भी भूस्खलन से कुछ लोगों के दबने की आशंका है।
शिव मंदिर में मोंटू पुत्र जयंत, नीरज पुत्र शांति स्वरूप, संजू पुत्र मोहन, हरीश वकील और पवन शर्मा के परिवार के सात लोग दब गए। इनके अलावा, शंकर नेगी, पंडित राजेश समेत कई लोग शामिल हैं। शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने जानकारी देते हुए बताया कि भूस्खलन में एक मंदिर ढह गया। इस कारण आसपास की इमारतों को भी खतरा मंडराया हुआ है। कई लोग फंसे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मौके पर लैंड स्लाइड भी हो रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ट्वीट कर कहा, ”शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में शिव मंदिर ढह गया। अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। स्थानीय प्रशासन मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है।”
पहाड़ों पर बारिश से मची तबाही
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश से तांडव मचा हुआ है. जिसके चलते दोनों राज्यों में कई स्थानों पर भारी नुकसान देखने को मिला। भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। हिमाचल में ब्यास नदी उफान पर है, तो वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के पौड़ी में गड़वाल में अलखनंदा नदी की धारा भी लोगों को डराने लगी है।