जोधपुर । स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस मार्क-2 की पहली उड़ान वर्ष 2026 में संभव है। इसका प्रोटोटाइप तैयार कर लिया गया है। यह 4.5 जनरेशन का मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट होगा, जो भारतीय वायुसेना में पुराने हो चुके जगुआर, मिग-2000 और मिग-29 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा। इसके बाद भारतीय बेड़े में स्वदेशी विमानों का जखीरा बढ़ जाएगा। जोधपुर वायुसेना स्टेशन पर आयोजित डिफेंस एविएशन एक्सपो में आए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के सीएमडी डॉ. डीके सुनील ने दो साल बाद इसकी पहली उड़ान की उम्मीद जताई।
गौरतलब है कि एचएएल की ओर से वर्तमान में तेजस मार्क-1 का उत्पादन किया जा रहा है। इसके 40 विमान भारतीय वायुसेना को सौंपे जा चुके हैं। एचएएल तेजस मार्क-1 ए का उत्पादन भी कर रहा है, जिसका पहला विमान इस साल के अंत तक मिलने की उम्मीद है।
ये है खासियत- एचएएल ने अमरीका की जनरल इलेक्ट्रिक कम्पनी के साथ तेजस के इंजन के लिए एमओयू किया है। मार्क-1ए में एफ-404 इंजन लगेगा, जबकि तेजस मार्क-2 में एफ-414 इंजन लगेगा। यह अधिक ताकतवर होगा। यह अत्याधुनिक 17.5 टन का सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट होगा। अधिकतम टेकऑफ वजन 17,500 किलोग्राम होगा। इसकी खासियत इसकी गति होगी। यह अधिकतम 2385 किमी/घंटा की स्पीड से उड़ेगा जो अमरीका जैसे देशों के आधुनिक जेट को टक्कर देगा। इसमें मिसाइल और बम लगाने के लिए 13 हार्ड पॉइंट होंगे, जिसमें ब्रह्मोस सहित अन्य मिसाइल लग सकेगी।