गाजियाबाद। नंदग्राम थाना क्षेत्र में पिकअप चालक कपिल चौधरी द्वारा कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या करने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार कपिल ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उसकी पत्नी ने ही प्रेमी से गोली चलवाकर उसे दुनिया से पार लगवा दिया था।
एसपी नंदग्राम आलोक दुबे के अनुसार 3 मार्च को नंदग्राम ई-ब्लॉक में किराये पर रहने वाले कपिल चौधरी द्वारा खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने की सूचना मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया था। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पूछताछ में मृतक की पत्नी शिवानी ने बताया था कि उसका पति कपिल कर्जे में डूबा हुआ था जिसके कारण वह काफी परेशान रहता था। इसी वजह से उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। तड़के गोली की आवाज सुनकर जब शिवानी की नींद खुली तो पति खून से लथपथ था और तमंचा पास में पड़ा हुआ था।
0 पुलिस ऐसे पहुंचा आरोपी तक
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला कुछ संदिग्ध नजर आया। रिपोर्ट के मुताबिक गोली कपिल चौधरी की कनपटी पर बाईं तरफ से लगकर दाईं तरफ निकली थी जबकि कपिल दाएं हाथ का इस्तेमाल करता था। इस बात पर पुलिस का शक गहराया और छानबीन शुरू की। पुलिस आरोपी तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया, शिवानी का कॉल डिटेल खंगाला तो ठोस सबूत हाथ लगे। पुलिस ने शिवानी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। शुरू में तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन कड़ी पूछताछ में अपने प्रेमी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। उसने आगे यह भी बताया कि शिवानी को मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाने वाले संचालक अंकुश प्रजापति से प्यार हो गया था, वहीं दूसरी ओर वह अपने पति से काफी परेशान हो चुका था, छोटी-छोटी बातों पर कपिल उसके साथ मारपीट करता था। प्रेम संबंध में बाधक भी था। इस वजह से प्रेमी के साथ मिलकर उसे मारने की योजना बनाई थी।
0 नशीली गोलियां खिलाई
पुलिस के अनुसार शिवानी ने बताया कि दो मार्च को पति को रात के खाने में नशीली गोलियां खिलाकर सुला दिया। इसके बाद अपने प्रेमी अंकुश को कॉल कर घर बुलवा लिया था। शिवानी ने घर में रखा तमंचा उन्हें थमा दिया और उसे पति की कनपटी में रखकर गोली चलाने के लिए कहा। अंकुश ने वैसा ही किया जैसे प्रेमिका ने कहा। कनपटी में गोली मारने के बाद तमंचा वहीं पास में ही रख दिया। तमंचा कपिल का ही था जिसे शिवानी चलाना जानती थी। घटना से 3 दिन पहले शिवानी ने प्रेमी अकुंश को बुलाकर तमंचा चलाना भी सिखाया था ताकि घटना को अंजाम देते वक्त किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।