झारखंड/रांची। चुटिया थानांतर्गत छात्रा रश्मि मुंडा की मौत के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है। छात्रा 13 फरवरी को परिजनों से यह कहकर घर से निकली थी कि वह अपनी दोस्त के यहां जा रही है। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी थी। मामले में परिजनों ने चुटिया थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस पतासाजी कर रही थी कि इसी बीच ओरमांझी इलाके से एक कंकाल बरामद हुआ था, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हुई थी कि कंकाल किसका है।
पुलिस ने छानबीन शुरू की सीसीटीवी फुटेज व फोन काल के डिटेल खंगालने के बाद भी कोई खास सुराग हाथ नहीं लग पाई थी। दोस्तों से पूछताछ में पता चला कि पंकज महतो को छात्रा के साथ कई बार देखा गया है। पुलिस ने पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पंकज ने सिर्फ दोस्ती की बात स्वीकारी, इससे ज्यादा कुछ नहीं होने की बात पुलिस से कही। इसके बाद पंकज को पुलिस ने छोड़ दिया था।
0 नर्सिंग होम का पर्ची हुआ बरामद
मामले में नया मोड़ तब आ गया जब छात्रा के परिजनों को उसके किताब से नर्सिंग होम का पर्ची बरामद हुआ, जिसमें गर्भपात कराने की जानकारी थी। पर्ची में छात्रा के पति का नाम पंकज लिखा हुआ था। पुलिस को इस बात जानकारी मिलते ही नर्सिंग होम जाकर रजिस्टर की जांच की। इसमें छात्रा के पति का नाम पंकज लिखा था। इसके बाद पंकज को एक बार फिर हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की। पहले तो पंकज ने पुलिस को गोल-मोल जवाब देकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की, लेकिन कड़ी पूछताछ में उन्होंने पूरा राज खोल दिया। घटना को अंजाम देना स्वीकारा।
पंकज ने पुलिस को बताया कि प्रेमी छात्रा अपने घर से निकलकर उसके घर आ गई थी और वह साथ रहना चाहती थी, लेकिन पंकज उसे रखने को तैयार नहीं था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच मारपीट भी हुई थी। छात्रा ने पंकज के घर में ही आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद पंकज डर गया, शव को ठिकाने लगाने के लिए पंकज ने छात्रा का शव बोरी में भरकर जंगल ले गया और उसे आग के हवाले कर दिया। मामले में पुलिस ने पंकज को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।