कैथल। कलायत खंड के गांव मटौर में खड़ालवा-मटौर प्राथमिक कृषि सहकारी समिति (पैक्स) के राजबीर ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। क्लर्क गांव चौशाला निवासी राजबीर का शव खनौरी रोड पर मिला है। जेब से दो पन्नों का एक सुसाइड मिला है, जिसमें राजबीर ने अपनी मौत के लिए पैक्स चेयरमैन और प्रबंधक सहित चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मृतक ने सुसाइड नोट में आरोप लगाते हुए लिखा कि ये सब उस पर लोन की पूरी राशि एकमुश्त चुकाने का दबाव बना रहे थे, जबकि वह एक गरीब आदमी है। दूसरे समिति के कर्मचारी को लोन की राशि किश्तों में चुकाने की सुविधा है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल लेकर आई, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण व मृतक के स्वजन भी पहुंच गए थे। उन्होंने आरोपितों पर कार्रवाई होने तक शव नहीं लेने की बात कही है।
सुसाइड नोट में लिखी ये बात
मृतक की जेब से मिले सुसाइड नोट में लिखा कि उसे ड्यूटी पर आने के लिए जान से मारने की धमकी दी जाती है। उसने यह कदम उठाने का निर्णय लिया है। इसके जिम्मेदार पैक्स प्रधान गांव जुलानीखेड़ा निवासी निर्मल सिंह, प्रबंधक रामकुमार शर्मा, एमसी गांव मटौर निवासी राकेश और गांव रामगढ़ निवासी बिशन सिंह हैं। उसने पैक्स से लोन लिया था, जिसे उसे किश्तों में चुकाना था।
जान से मारने की धमकी देने के आरोप
सुसाइड नोट में लिखा कि प्रधान निर्मल के कहने पर उस पर यह सारा लोन एकमुश्त भरने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसा नहीं करने पर ड्यूटी पर नहीं आने और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसलिए वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। लोन के पांच लाख रुपये उसने पैक्स प्रबंधक रामकुमार को 22 जनवरी 2024 को दिए थे, लेकिन मांगने पर भी उसे कोई रसीद नहीं दी गई। कहा गया कि जब सारी राशि चुकता कर देगा तो रसीद मिल जाएगी। राकेश और बिशन सिंह भी उसे जान से मारने की धमकी देते हैं। डीएसपी उमेद सिंह ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। सुसाइड नोट के आधार पर आरोपितों पर केस दर्ज किया जा रहा है।