रायगढ़। जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। जंगलों में विचरण करने वाले हाथियों का दल शाम होते ही गांव की बस्ती तक पहुंचकर जमकर उत्पात मचा रहे हैं। बीती रात धरमजयगढ़ और रायगढ़ वन मंडल को मिलाकर हाथियों ने कुल 92 किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। वहीं ग्रामीण भय के साए में रात गुजारने को मजबूर हैं। मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान के आंकलन करने में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में विचरण कर 120 हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। इसी क्रम में बीती रात धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों ने फततेपुर में 03, गेरसा, पोटिया, शेरवन में 09, मेडरमार, लामबहरी में 03, विजयनगर, सकालो, करमोहलीपारा, जाताटिकरा, गंेहूकांडी, जरहापारा, भाटापारा, सांगुल जाताटिकरा में 53, तेजपुर, सिंधूमार में 06, तरेकेला, कांसाबहार में 06 के अलावा कटाईपाली सी को मिलाकर हाथियों ने एक ही रात में 82 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
इसी तरह रायगढ़ वन मंडल में भी छाल रेंज की तरफ से आये हाथियों के एक दल ने घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के चारमार बीट में 10 किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते तीन-चार दिनों से धरमजयगढ़ वन मंडल में ही 120 हाथी अलग-अलग दल में विचरण कर रहे हैं। हाथियों के इस दल में 32 नर, 58 मादा के अलावा 30 शावक शामिल है। सबसे ज्यादा हाथी छाल रेंज के बेहरा बीट में 34 हाथी, लोटान में 14, छाल में 12, तराईमार में 12, नागदरहा में 10, अलोला में 13, आमगांव में 07, तेजपुर में 07 के अलावा धरमजयगढ़ वन मंडल के अलग-अलग बीट में हाथियों की मौजूदगी है।