रायपुर- हाल में नवा रायपुर के शहीद वीरनारायण सिंह स्टेडियम में पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे खेला गया था और अब, छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (सीएसए) ने नवा रायपुर और आसपास के इलाके में 40 एकड़ जमीन पर अपना स्टेडियम बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस नए स्टेडियम के लिए संघ ने 40 एकड़ जमीन खरीदने का टेंडर भी मंगलवार को जारी कर दिया।
सीएसए की योजना इस स्टेडियम को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की है, ताकि यहां मैच भी हो सकें और खिलाड़ियों को सारी आधुनिक सुविधाएं मिलें। इस मैदान पर प्रैक्टिस पिच के साथ ही स्टेडियम बिल्डिंग में क्रिकेट एकेडमी, ड्रेसिंग रूम, फिटनेस सेंटर और हाईटेक उपकरण लगेंगे, जो अभी क्रिकेट की ट्रेनिंग के काम आ रहे हैं।
सीएसए से जुड़े लोगों का दावा है कि यह पहला क्रिकेट ग्राउंड होगा, जहां खिलाड़ी प्रैक्टिस करने के साथ ही ट्रेनिंग भी ले पाएंगे। अभी इस तरह के मैदान दिल्ली, मोहाली और बेंगलुरू आदि में ही है। इसके अलावा प्राइवेट ट्रेनिंग देने वाले पूर्व खिलाड़ियों गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग आदि ने भी इसी तरह के मैदान बना रखे हैं।
क्रिकेट संघ ने इस प्रस्तावित लोगों के लिए छत्तीसगढ़ के ऐसे लोगों से टेंडर मंगवाए हैं, जिनके पास एक ही चक में 40 एकड़ जमीन हो। जमीन तेलीबांधा चौक से उमरिया के बीच एनएच-6 पर या फिर इसके अधिकतम दो किमी भीतर तलाश की जा रही है। इसके अलावा मंदिरहसौद रोड पर खुंटेरी और आगे भी जमीन की तलाश चल रही है। शेष|पेज 9
संघ ने बाकायदा टेंडर किया है, जिसमें यह शर्त रखी है कि जमीन के मालिक ही टेंडर भर सकेंगे। इसके लिए एक महीने का समय दिया गया है। दो कॉपी में जमीन के सभी दस्तावेजों के साथ टेंडर क्रिकेट संघ के दफ्तर में जमा किए जा सकते हैं। जमीन के दस्तावेज मिलने के बाद संघ के पदाधिकारी मौके पर जाकर जमीन की जांच करेंगे। इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। माना जा रहा है कि केवल जमीन खरीदने में ही 10 से 12 करोड़ तक खर्च किए जाएंगे। इसलिए इस बात की भी संभावना है कि इतनी बड़ी जमीन जीई रोड से कुछ अंदर ही ली जा सकती है।
जमीन के लिए कई तरह की शर्तें
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ की ओर से जारी सूचना के अनुसार स्टेडियम के लिए खरीदा जाने वाला भूखंड नए मास्टर प्लान से बाहर होना चाहिए। आवासीय, इंडस्ट्रियल और कमर्शियल जमीन भी नहीं खरीदी जाएगी। भूखंड पर हाईटेंशन तार, नहर, नाला, धार्मिक स्थल और समाधि-कब्र आदि नहीं रहे और किसी तरह का विवाद भी नहीं होना चाहिए। संबंधित भूखंड किसी बैंक या अन्य संस्थानों में गिरवी नहीं होनी चाहिए। वही टेंडर स्वीकार किया जाएगा, जिसमें भूखंड के पूरे दस्तावेज होंगे।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ की ओर से जारी सूचना के अनुसार स्टेडियम के लिए खरीदा जाने वाला भूखंड नए मास्टर प्लान से बाहर होना चाहिए। आवासीय, इंडस्ट्रियल और कमर्शियल जमीन भी नहीं खरीदी जाएगी। भूखंड पर हाईटेंशन तार, नहर, नाला, धार्मिक स्थल और समाधि-कब्र आदि नहीं रहे और किसी तरह का विवाद भी नहीं होना चाहिए। संबंधित भूखंड किसी बैंक या अन्य संस्थानों में गिरवी नहीं होनी चाहिए। वही टेंडर स्वीकार किया जाएगा, जिसमें भूखंड के पूरे दस्तावेज होंगे।
नए की तलाश क्योंकि… मौजूदा स्टेडियम शासन का, संघ का नहीं
नवा रायपुर के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर अभी छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ और राज्य सरकार के बीच विवाद की स्थिति है। राज्य सरकार ने अभी तक इस स्टेडियम को क्रिकेट संघ को लीज पर नहीं दिया है। इसलिए स्टेडियम में इंटरनेशनल मैच के लिए राज्य सरकार से अनुमति लेनी होती है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए संबंधित मैदान बीसीसीआई के अधीन होना चाहिए। नवा रायपुर के स्टेडियम में अगर इस साल वर्ल्ड कप के दौरान कोई भी मैच रायपुर में करवाना है, तो यह संभव नहीं होगा। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ मैदान को लीज पर लेने के लिए कई प्रयास कर चुका है, लेकिन अभी मामला शासन के पास लंबित है। समझा जाता है कि इसी विवाद को खत्म करने के लिए छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ अपने मैदान की तलाश में है।