रायपुर। लंबे समय से दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां अनुकंपा नियुक्ति को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रही है। इसके बाद भी सरकार का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है, उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। सोमवार को इन महिलाओं ने अलग तरह से प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट कराने का प्रयास किया। इन महिलाओं ने अपने सिर मुंडवा लिए। ये महिलाएं बूढ़ातालाब धरना स्थल पर अपनी मांग को मनवाने के लिए नए-नए तरीके से प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करा रही हैं, लेकिन इसके बाद भी इसे सुनने-समझने वाला कोई नहीं है। मांगे पूरी नहीं होने से विधवा महिलाओं में काफी नाराजगी है। महिलाएं आर्थिक संकट से जूझ रहीं हैं।
यहां बताना जाजिमी होगा कि बूढ़ातालाब में दिवंगत शिक्षकों की महिलाओं को प्रदर्शन करते आज 133 दिन पूरे हो चुके हैं। महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर तरह-तरह के प्रदर्शन कर विरोध जताया है। इन महिलाओं ने अपनी मांग मनवाने के लिए सीएम हॉउस का घेराव से लेकर आत्मदाह तक की कोशिश की है। इसके बाद भी सरकार ने अभी तक इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है। सोमवार को दिवंगत शिक्षकों की महिलाओं ने मांग को लेकर सिर मुंडवाकर विरोध जताया। ये विधवा महिलाएं 20 अक्टूबर 2022 से अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि हम अपनी मांगों को सरकार से मनवाकर रहेंगे और जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती है, हम प्रदर्शन करते रहेंगे।
