रायपुर। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के सह संस्थापक रवि उप्पल को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से हिरासत में लिया गया है। यूएई की एजेंसियों ने रवि को हिरासत में लिया है। वह भारत में वांटेड है और उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। भारतीय एजेंसियां यूएई के अधिकारियों के संपर्क में हैं। रवि महादेव ऐप मामले में मुख्य आरोपी सौरव चंद्राकर का सहयोगी है।
महादेव बुक ऐप सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है। इसे भारत में बैन कर दिया गया है, लेकिन अन्य देशों में यह चल रहा है। छत्तीसगढ़ का रहने वाला चंद्राकर और उसका सहयोगी रवि उप्पल दुबई से इसे चलाता है। दोनों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था।
सौरव चंद्राकर पहले रायपुर में एक जूस सेंटर चलाता था। इसके बाद वह सट्टेबाजी में शामिल हुआ। सौरव और रवि के पास 6000 करोड़ से ज्यादा होने का शक है। बड़ी मात्रा में नकदी को हवाला के जरिए दुबई भेजा गया है। एजेंसियों को शक है कि इतने बड़े पैमाने पर महादेव बुक ऐप के दुबई से संचालन में दाऊद इब्राहिम गैंग ने मदद की।
ईडी की जांच में सामने आया है कि महादेव ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि पर सट्टेबाजी जैसे लाइव गेम में सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। ये ऐप तीन पत्ती, पोकर जैसे कई कार्ड गेम खेलने की सुविधा भी देता है। ड्रैगन टाइगर, कार्ड आदि का उपयोग करके वर्चुअल क्रिकेट गेम, यहां तक कि भारत में होने वाले विभिन्न चुनावों पर दांव लगाने की सुविधा भी देता है।
टायर बेचने का काम करता था रवि उप्पल, खड़ा किया 6,000 करोड़ का साम्राज्य
महादेव ऐप मामले में गिरफ्तार रवि उप्पल भिलाई के सुपेला दक्षिण गंगोत्री में टायर की दुकान चलता था। इसके अलावा जगह-जगह नलकूप खनन का कार्य भी किया करता था। इसके पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में बड़े पद पर थे, जो रिटायर हो गए थे। इस दौरान उन्होंने काफी पैसे एकत्र कर रखे थे। रवि उप्पल जगह-जगह होने वाले आयोजनों में जाकर पैसे दिया करता था और अपने नाम का प्रचार प्रसार करवाता था। अपने आपको बड़ा आदमी बताने में लगा रहता था। इसके द्वारा सेक्टर 6 स्थित एक मंदिर में नलकूप खनन करवा कर पैसे भी नहीं लिए गए थे।
सौरभ का राइट हेंड है रवि
जहां पर भी खेलों का आयोजन होता था वहां पर यह पहुंचकर पैसे दिया करता था। रवि उप्पल नेहरू नगर में रहता था। इस घर को उसके पिताजी ने खरीदा था। सौरभ चंद्राकर के साथ यह भिलाई में सट्टा भी खेलता था। महादेव ऐप को लेकर रवि उप्पल सौरभ चंद्राकर के साथ दुबई चला गया था। रवि को सौरभ का राइट हेंड माना जाता है।