हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ में भीषण हादसा हुआ है। कार और ट्रक की टक्कर में सात लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कार तेज गति से ओवरटेक कर रही थी। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। इस भीषण हादसे में तीन बच्चों सहित सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दो गंभीर घायल बच्चों को बीकानेर रेफर किया गया है। हादसा इतना भयावह था कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार के पार्ट्स दूर तक बिखर गए। हादसा शनिवार रात करीब 11 बजे हनुमानगढ़ सरदारशहर-मेगा हाइवे पर गांव लखूवाली शेरगढ़ के बीच हुआ। एसपी डॉ. राजीव पचार ने बताया कि रिट्ज कार में बच्चों सहित नौ लोग सवार थे।
जानकारी के अनुसार, नौरंगदेसर निवासी गुरबचन सिंह मजबी का परिवार गांव से अपनी कार में सवार होकर घर से चार किलोमीटर दूर गांव आदर्श नगर में एक बर्थडे पार्टी में शामिल होकर लौट रहा था। इसी बीच रात करीब 10 बजे हनुमानगढ़ से सरदारशहर मेगा हाइवे पर गांव लखूवाली शेरगढ़ के बीच ओवर स्पीड में ओवरटेक करने के कारण कार सामने से आ रहे सीमेंट से भरे ट्रक से टकरा गई। भीषण सडक़ हादसे की सूचना पाकर सीओ सिटी अरविंद बेरड, टाउन सीआई वेदपाल शिवराण टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उसके बाद एसपी डॉक्टर राजीव पचार भी देर रात्रि घटनास्थल पर पहुंच गए। ट्रक ड्राइवरों और अन्य लोगों ने कार में बुरी तरह फंसे लोगों को बाहर निकाला, तब तक तक सात लोगों की मौके पर मौत हो चुकी थी।
एसपी राजीव पचार ने बताया कि कार में सवार गुरबचन सिंह की पत्नी परमजीत कौर (60), पुत्र रामपाल सिंह (36), पुत्रवधु रीमा (35), पौत्र आकाशदीप (14), पौत्री रीत (12), दूसरा बेटा खुशविंद्र सिंह (30), पुत्रवधु परमजीत कौर (22), पौत्र बेटा मनजोत (5) और पौत्री मनराज कौर (2) सवार थे। इनमें से आकाशदीप और मनराज कौर गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें बीकानेर रेफर किया गया है। बाकी सभी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने सभी शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं, जिनका आज पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिवार में गुरबचन सिंह पिछले कुछ साल से लगातार बीमार रहते हैं।ं जो कई महीनों से बिस्तर पर हैं। इस हादसे में गुरबचन सिंह के केवल एक पौत्र आकाशदीप और अबोध पौत्र मनराज कौर ही बचे हैं, जिन्हें बीकानेर रेफर किया गया है। इनमें से आकाशदीप की हालत बेहद गंभीर बताई गई है। इस भीषण हादसे की सूचना मिलते गांव में हडक़ंप मच गया। आदर्शनगर व नौरंगदेसर के ग्रामीण सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में घटनास्थल, और बाद में अस्पताल में एकत्रित हो गए।