जयपुर। कोटपूतली में एक 3 साल की मासूम गहरे बोरवेल में गिर गई। जिसके बाद उसको निकालने का प्रयास युद्ध स्तर पर जारी है। हालांकि करीब 26 घंटों बाद भी तीन साल की चेतना को बाहर नहीं निकाला जा सका है। बोरवेल की गहराई करीब 700 फीट है। मासूम करीब 150 फीट पर अटक गई। पाइलिंग मशीन के जरिए गड्डा खोदकर रेस्क्यू का प्रयास किया जा रहा है
एनडीआरएफ टीम की चार बार की कोशिश के बाद भी उसे केवल 30 फीट ऊपर ही खींचा जा सका। सोमवार रात तक कैमरे में बच्ची की हलचल नजर आ रही थी, मगर मंगलवार को उसकी हलचल नहीं दिखी। अब बोरवेल के पास पाइलिंग मशीन के जरिए गड्डा खोदकर रेस्क्यू का प्रयास किया जा रहा है।
ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही
उपखंड अधिकारी बृजेश चौधरी ने बताया कि समानांतर बोरिंग खोदने के लिए फरीदाबाद से मशीन मंगाई गई है। प्रशासन पाइप के माध्यम से बच्ची को ऑक्सीजन लगातार पहुंचाई जा रही है। उल्लेखनीय है कि भूपेंद्र चौधरी की बच्ची चेतना बड़ी बहन के साथ सोमवार को बोरवेल के पास खेल रही थी। अचानक वह खुले बोरवेल में गिर गई। भूपेंद्र ने घर के पास ही पानी के लिए बोरवेल खोदवाया था। पानी नहीं निकलने पर पाइप तो निकाल लिए, लेकिन बोरवेल खुला छोड़ दिया गया था।
सोमवार को बोरवेल में गिरी थी मासूम
गत सोमवार दोपहर को तीन साल की मासूम एक बोरवेल में गिर गई थी। बताया जा रहा है कि इस बोरवेल की गहराई करीब 700 फीट है। मासूम 150 फीट की गहराई पर जाकर अटक गई है। घटना की जानकारी होते ही मौके पर अधिकारियों के साथ बचाव कर्मी पहुंचे थे।
सोमवार से ही रेस्क्यू का काम किया जा रहा है। सोमवार को अधिकारियों ने बताया कि चेतना नाम की बच्ची अपने पिता के खेत में खेल रही थी, तभी वह गलती से बोरवेल में गिर गई। बता दें कि बच्ची को बचाने का काम कल से ही किया जा रहा है।
इस घटना के बाद प्रशासन ने ऐसे खुले बोरवेल को लेकर चेतावनी जारी की है। सोमवार को घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को बचाने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया था। हालांकि, घटना के 26 घंटों बाद भी अभी बच्ची को निकालने में सफलता हाथ नहीं लगी है।