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राजस्थान के इस मंदिर में बना चढ़ावे का नया रिकॉर्ड, होली के बाद खजाने में मिला नोटों का अंबार

जयपुर। राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ में स्थित सांवलिया जी मंदिर के दान पात्र में इस बार चढ़ावे का नया रिकार्ड बना है। डेढ़ महीने बाद होली के मौके पर चार दिन की गिनती के बाद भंडारा खोला गया तो उसमें करीब 18 करोड़ 37 लाख रुपये का चढ़ावा निकाला गया है। दान-पात्र में करीब एक क्विटंल चांदी सहित 12 देशों की मुद्राएं भी मिली है।

उल्लेखीय है कि पिछले साल इसी दौरान डेढ़ महीने में दस करोड़ रुपये का चढ़ावा मिला था। सांवलिया जी मंदिर के साथ राजस्थान के अलावा गुजरात और मध्य प्रदेश के लोगों में भी काफी आस्था है। तीनों राज्यों के व्यापारी अपने व्यापार में सांवलिया जी को हिस्सेदार मानकर दान की राशि बिना सार्वजनिक किए दान-पात्र में चढ़ाते हैं। राजस्थान में इस मंदिर में सबसे अधिक चढ़ावा आता है। यहां प्रत्येक एक से डेढ़ महीने में दान-पात्र खोला जाता है। मंदिर मंडल के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर ने बताया कि इस बार डेढ़ महीने बाद खोले गए दान-पात्र से 14 करोड़ 36 हजार 110 रुपये निकले हैं, वहीं आनलाइन माध्यम से चार करोड़ 36 लाख 50 हजार 831 रुपये का चढ़ावा मिला है। साथ ही भेंट कक्ष कार्यालय में 304 ग्राम सोना, 82 किलो 16 ग्राम चांदी मिली है।

मंदिर के दान-पात्र में 560 ग्राम सोना और 17 किलो 413 ग्राम चांदी निकली है। इस तरह से कुल करीब 18 करोड़ 37 लाख नकद, 99 किलो 573 ग्राम चांदी एवं करीब 830 ग्राम सोने का चढ़ावा मिला है। उन्होंने बताया कि चढ़ावे में साल, 2016 के बाद बंद हुए पांच सौ के चार नोट, एक हजार का एक नोट एवं गत वर्ष बंद हुए दो हजार के छह नोट भी दान-पात्र में मिले हैं। दान-पात्र में विदेशी मुद्रा भी निकली है। अमेरिकी एक डालर मूल्य के 820 नोट के साथ ही यूएई, कुवैत, थाईलैंड, म्यांमार, इंग्लैंड, सिंगापुर, कनाडा, नेपाल, कजाकिस्तान, मलेशिया और इंडोनेशिया की मुद्राएं शामिल है।