मंगलवार को यानी 23 अप्रैल को हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। हर साल हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाई जाती है। इस दिन हनुमान जी के भक्त विधि-विधान से उनकी पूजा करते हैं, व्रत का पालन करते हैं। इस बार तो संयोग यह है कि हनुमान जयंती भी मंगलवार के दिन पड़ रही है और मंगलवार का दिन भी हनुमान जी को समर्पित होता है।
अगर आप भी हनुमान जी के भक्त हैं और हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते है तो हनुमान जी की पूजा के समय कुछ खास मंत्रों का जाप करें। इन मंत्रों के जाप से आप पर हनुमान जी की कृपा बनी रहेगी और घर में किसी प्रकार का कोई संकट नहीं आएगा।
हनुमान जी की पूरे विधि-विधान से पूजा करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें। घर के मंदिर में विधान से पूजा-अर्चना करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे आपके दिल को शांति मिलेगी और बजरंगबली का आप पर आशीर्वाद बना रहेगा। इसके अलावा जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति मिलेगी।
0 शुभ मुहूर्त
- पहला शुभ मुहूर्त: 23 अप्रैल को सुबह 09 बजकर 03 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक
- दूसरा शुभ मुहूर्त: 23 अप्रैल को रात 08 बजकर 14 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 35 मिनट तक
- ब्रह्म मुहूर्त- 23 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 04 मिनट तक
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक
1. इस मंत्र के जाप से नहीं सताएगा डर
ॐ हं हनुमंते नम:,
ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।
महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते. हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये..
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
2. बजरंगबली का मंत्र
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा!
3. इस मंत्र के जाप से कर्ज होगा खत्म
ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।
ॐ ऋणमोचन हनुमते नमः
4. इस मंत्र के जाप से बाधाओं से मिलेगी मुक्ति
आदिदेव नमस्तुभ्यं सप्तसप्ते दिवाकर. त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात. अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं, दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्.. सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं, रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि ..
5. इस मंत्र का जाप कर संकटों से पाएं छुटकारा
आदिदेव नमस्तुभ्यं सप्तसप्ते दिवाकर! त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात!!
हनुमान जी के मंत्र जाप के नियम
हनुमान जयंती के मौके पर इन 5 मंत्रों का जाप ब्रह्म मुहूर्त में करना सबसे उत्तम माना जाता है। शाम 6 बजे से 9 बजे तक का समय भी मंत्र जाप के लिए अच्छा माना जाता है। इन मंत्रों का जाप किसी शांत और पवित्र स्थान पर करें। पूजा स्थान साफ-सुथरा होना चाहिए। मंत्रों का जाप पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके करें। बता दें कि इन मंत्रों का जाप करते समय नहाने के बाद साफ कपड़े पहनें। मंत्र जाप करते समय मन को शांत रखें और पूरी एकाग्रता के साथ कम से कम 108 बार जाप करें। इससे आप पर बजरंगबली का आशीर्वाद बना रहेगा और घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।