नई दिल्ली। देशभर में दशहरे का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई का प्रतीक यह पर्व लोगों को यह विश्वास दिलाता है कि अच्छाई के आगे बुराई का हमेशा अंत ही होता है। प्रभु श्री राम द्वारा रावण के वध के उपलक्ष्य में हर साल इस त्योहार को मनाया जाता है। लंका पति रावण एक बलवान राक्षस थे, जिनका जिक्र महाकाव्य रामायण में भी मिलता है। माता सीता के अपहरण के बाद श्रीराम से हुए युद्ध में रावण को मुंह की खानी पड़ी थी। आमतौर पर रावण को दुष्ट आत्मा माना जाता है, लेकिन कुछ ऐसी कुछ जगहें भी हैं, जहां राक्षस राज रावण की पूजा की जाती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि हम रावण के राज्य लंका यानी श्रीलंका की बात कर रहे हैं, लेकिन अपने देश भारत में भी कई ऐसी जगह मौजूद हैं, जहां रावण से घृणा नहीं बल्कि उनकी पूजा की जाती है। दशहरे के मौके पर हम आपको भारत की ऐसे ही कुछ जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां रावण के मंदिर मौजूद हैं और लोग वहां उनकी पूजा भी करते हैं।
विदिशा, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश का विदिशा में रावणग्राम नाम का एक छोटा सा गांव है, जहां रावण को भगवान के रूप में पूजा जाता है। दरअसल, यहां मान्यता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी इसी क्षेत्र की बेटी थी। ऐसे में यहां रहने वाले लोग रावण को अपना दामाद मानते हैं। इतना ही नहीं यहां रावण के सम्मान में एक मंदिर भी बनवाया गया है, जहां राक्षस राज की 10 फुट लंबी लेटी हुई प्रतिमा भी स्थापित है।