नई दिल्ली। आईपीएल 2023 फाइनल में गुजरात टाइटंस (जीटी) के खिलाफ मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से रवींद्र जडेजा के अंतिम गेंद पर चौका लगाने के बाद भी धोनी ने अपना सिर नहीं उठाया। इस बीच खुशी के मारे सीएसके के अन्य खिलाड़ी मैदान की ओर भागने लगे, लेकिन धोनी कुछ देर के लिए सुन्न रह गए।
शायद धोनी दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस जीत पर यकीन करने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे में मोईन अली ने उन्हें गले लगाया और उनके चेहरे पर कोई भी भाव नजर नहीं आ रहे थे। हो सकता है कि आखिरी छह गेंदों के दौरान धोनी के दिमाग में कोई बात चल रही हो।
धोनी की कप्तानी में सीएसके ने पांचवी बार आईपीएल ट्रॉफी जीती और उनके नेतृत्व में टीम 11 बार फाइनल में पहुंच चुकी है। इसके चलते धोनी आईपीएल 2023 की अंतिम गेंद को देखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। ऐसे में जडेजा के गोद में कूदने और जोर से गले लगाने पर धोनी अपनी बड़ी मुस्कराहट को नहीं रोक पाए।
टूर्नामेंट में टीम के लगातार बेहतर सफर के कई बड़े कारण हैं।
आईपीएल 2022 में सीजन के बीच में जडेजा द्वारा सीएसके की कप्तानी छोड़ने के बाद टीम से उनके रिश्ते बिगड़ने के अनुमान लगाए गए थे, लेकिन जैसा कि कहा जाता है अंत भला तो सब भला।
सब जानते हैं कि अगर धोनी टीम में रहे तो कोई कभी नहीं जान पाएगा कि असल में क्या हुआ था। अगर आप सीएसके के किसी भी वफादार खिलाड़ी से पूछें और वह यही कहेगा कि कि यह सब पुरानी बातें हैं, जिनका अब कोई मतलब नहीं है।
इससे पहले दीपक चाहर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि धोनी के पास टैलेंट को पहचानने की कला है। वह जानते हैं किस खिलाड़ी का इस्तेमाल कहां करना है। धोनी टीम को एक साथ रखकर चलाना जानते हैं।