उदयपुर। राजस्थान के राजसमंद जिले में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। गैंगरेप मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। दरअसल पीड़िता थाने में शिकायत दर्ज कराने गई थी, लेकिन उसे घंटों तक इंतजार कराया गया। आरोप है कि इस दौरान एसएचओ सोते रहे। घंटों बाद पीड़िता का केस दर्ज किया गया।
पीड़िता के पिता का आरोप है कि उसे चार घंटे तक थाने में बिठाए रखा था। एसएचओ के बारे में पूछा गया तो पता चला कि वो सोने गए हैं। उन्होंने बताया कि वह बुधवार दोपहर बाद 4 बजे शिकायत लेकर थाने पहुंचे थे, जबकि मामला रात आठ बजे जाकर दर्ज किया गया।
16 अक्टूबर को हुई गैंगरेप की वारदात
पीड़िता के पिता गुजरात में मजदूरी करते हैं। राजसमंद में उनकी पत्नी और चार बच्चे रहते हैं। आरोप है कि 16 अक्टूबर को उनकी 15 साल की बेटी के साथ गैंगरेप किया गया। बुधवार को रेलमगरा थाने गैंगरेप की शिकायत लेकर गए थे, लेकिन वहां कोई शिकायत दर्ज करने वाला नहीं मिला, जबकि एसएचओ सोये हुए थे।
कार में घुमाने के बहाने गैंगरेप
पीड़िता के पिता ने वारदात के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि सिंदेसर निवासी शांतिलाल (38) और कन्हैयालाल (30) 16 अक्टूबर को उसके घर आए और बच्चों को कार में घुमाने के बहाने ले गए। कार में उनकी 15 साल की बेटी समेत चार बच्चे शामिल थे। पिता ने बताया कि आरोपियों ने पहले काबरा रोड पर शराब पी और फिर तीन बच्चों को कार में बंद कर दिया। जंगल में उसकी बेटी को ले जाकर गैंगरेप किया।