कानपुर। महाराजपुर में मंगलवार की शाम फिर एक दुर्घटना हो गई। हाथीपुर मोड़ के पास हाईवे पार कर रही महिलाओं व युवती को एक ईको कार ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि दो महिलाएं कार के नीचे फंसकर करीब 30 मीटर तक घिसटती चली गईं, इसके बाद कार पलट गई। उसमें भी सवारियां बैठी थीं। चालक गाड़ी छोडक़र भाग गया। हादसे में मां-बेटी समेत चार महिलाओं की मौत हो गई, जबकि एक युवती को घायल हालत में निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे के बाद हाईवे की एक लेन पर जाम लग गया।
घटनास्थल पर डीसीपी पूर्वी समेत कई थानों का फोर्स पहुंचा और जाम खुलवाया। सोमवार सुबह ही कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर अर्टिगा कार खड़े छोटे ट्रक में घुस गई थी, जिसमें कार सवार मां-बेटे समेत तीन की मौत हो गई, जबकि मासूम समेत दो घायल हुए थे। महाराजपुर के हाथीपुर मोड़ के पास हाईवे किनारे रहने वाले चंदन आटा चक्की संचालक जितेंद्र द्विवेदी के घर पर मंगलवार सुबह उनके साले श्याम नगर ई ब्लाक निवासी विजय पांडेय की पत्नी पूनम उर्फ पिंकी अपनी बिहाराना रोड नील वाली गली निवासी शादीशुदा 23 वर्षीय बेटी चंचल के साथ पहुंची थीं। विजय की दूसरी बहन ज्योति उर्फ रूपा भी हाथीपुर गांव में ही रहती थी। जब उसे जानकारी हुई तो वह भी पूनम से मिलने पहुंची। शाम को मां-बेटी को हाईवे पर सवारी वाहन में बैठाने के लिए जितेंद्र की पत्नी सरिता, उनकी बेटी अपर्णा और ज्योति हाईवे पर पहुंची थीं। सभी हाईवे की एक लेन पार कर दूसरी लेन जैसे ही पार कर रहे थे। तभी फतेहपुर से आ रही तेज रफ्तार ईको कार ने उन्हें टक्कर मार दी।
चालक भागा तो दो महिलाएं कार के नीचे फंस गईं और करीब 30 मीटर तक घिसटती चली गई। दुर्घटना के बाद चालक गाड़ी छोडक़र भाग गया।
मौके पर डीसीपी पूर्वी समेत महाराजपुर, नर्वल समेत थाने का फोर्स पहुंच गई। पुलिस सभी घायलों को कांशीराम अस्पताल ले गई, जहां डाक्टरों ने सरिता, चंचल, पूनम और रूपा को मृत घोषित कर दिया, जबकि अपर्णा को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कार के नंबर के आधार पर चालक का पता लगाया जा रहा है।