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गंगा में डीजल इंजन वाली नावों पर पूर्णतः प्रतिबंध, 31 मार्च तक सीएनजी इंजन लगाने का लक्ष्य

वाराणसी। निगम ने 31 मार्च तक सभी नावों को सीएनजी इंजन में तब्दील करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए नाविक संगठनों से एक बार फिर नए सिरे से बातचीत की जा रही है। यही नहीं करीब 100 नाविक सीएनजी इंजन लगवाने के लिए तैयार भी हो गए हैं। वार्ता के क्रम में कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।

नगर निगम ने गंगा में डीजल इंजन चलित नावों के संचालन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है। इस क्रम में पंजीकृत 1202 नावों में से 784 नावों को सीएनजी तब्दील किया जा चुका है। हालांकि 418 अब भी डीजल से चल रही हैं।

अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार मौर्या ने बताया कि कार्यदायी संस्था वेस्ट साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को गीला व सूखा कचड़ा अलग-अलग उठाने का निर्देश दिया है। साथ ही कूड़ा वाहनों में लगे पीएस सिस्टम से इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

अमृत योजना 2.0 के तहत सीवर लाइन बिछाने का निर्णय

उन्होंने बताया कि नवशहरी क्षेत्रों ने अमृत योजना 2.0 के तहत सीवर लाइन बिछवाने का निर्णय लिया गया है। कहा कि मंडुवाडीह दरगाह शरीफ, गणेश नगर कालोनी, डिहवा नगर जल निकासी की लाइन है, लेकिन सीवर लाइन अब तक नहीं है। इसकी रूपरेखा बना ली गई है। इसी प्रकार मंडुवाडीह थाने के समीप पोखरे के सुंदरीकरण कार्य के दौरान डिस्पोजल प्वाइंट को बंद कर दिया गया है। जिसके कारण संबंधित क्षेत्र में जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है।

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