लखनऊ । तिरुपति मंदिर में जानवरों की चर्बी वाले घी के लड्डू का प्रसाद बांटे जाने के विवाद के बीच उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने बड़ा बयान दिया है। डिंपल यादव के अनुसार, मथुरा और वृंदावन के प्रसाद में भी खराब गुणवत्ता का खोवा (मावा) इस्तेमाल किया जा रहा है।
डिंपल ने कहा, तिरुपति मंदिर में लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ हुआ है। ऐसा नहीं होना चाहिए। हमने सुना है कि वृंदावन में भी प्रसाद में खराब खोवा इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की इसकी जांच करवाना चाहिए। यह आस्था का सवाल है।
तिरुपति में हुआ महाशांति होम
इस बीच, तिरुपति में सोमवार को महाशांति होम किया गया। पंडितों और पुजारियों ने पूरी मंदिर परिसर में पवित्र जल का छिड़काव किया।
मंत्रोच्चार के साथ ही धूप भी दी गई। खासतौर पर उस रसोई में शुद्धिकरण किया गया, जहां प्रसाद के लड्डू बनाए जाते हैं। सुबह 6 बजे से 10 बजे तक महाशांति होम चला। जिस स्थान पर भक्तों के लिए भोजन बनता है, वहां भी शुद्धिकरण हुआ।
क्यों किया जाता है महाशांति होम
महाशांति होम का सीधा संबंध पवित्रता से है। सनातन धर्म में इसका विशेष महत्व है। जहां शुद्धिकरण की आवश्यकता होती है, वहां महाशांति होम किया जाता है। इस दौरान विशेष मंत्रों के उच्चारण के साथ पवित्र जल का छिड़काव किया जाता है और धूप से वातावरण की नकारात्मकता को दूर किया जाता है।