रायबरेली। अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे सांसद व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कलेक्ट्रेट में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने जिले के विकास को गति देने पर जोर दिया। इस दौरान डीएम के महिला संरक्षण और सुरक्षा योजना के दावे की पोल खुल गई।
सांसद बनने के बाद तीसरी बार रायबरेली के एक दिवसीय दौरे पर आए सांसद व लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने दिशा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में वे जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए जो मौजूद समय में राजनीतिक विरोधी हैं। अक्सर राहुल पर शब्द बाण चलाने में नहीं चूकते। उन्हीं में लोकसभा चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी व प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप भी शामिल रहे।
दरअसल, महिला सुरक्षा को लेकर महिला संरक्षण एवं सुरक्षा योजना की प्रगति पर चर्चा चल ही रही थी। तभी राहुल गांधी ने हेल्पलाइन पर खुद ही फोन मिला दिया। पूरी रिंग जाने के बाद भी कॉल सेंटर से उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर राहुल गांधी हंसते हुए बोले- मेरा ही फोन नहीं उठा! ये कैसी सुरक्षा? उन्होंने डीएम हर्षिता माथुर से कहा, इसको देखिए।
दिशा बैठक में जिले के विकास पर चर्चा
बैठक से पहले राहुल गांधी ने पीएमजीएसवाई के तहत 5367 करोड़ की लागत से बनी सड़कों का लोकार्पण भी किया। करीब दो साल बाद हुई दिशा की बैठक में जिले के सभी जनप्रतिनिधि शामिल हुए। बचत भवन सभागार में मंगलवार को आयोजित दिशा बैठक में जिले के विकास पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने (दिशा) से संबंधित योजनाओं को बिंदुवार रखा।