Home » चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों से लाखों की ठगी, पांच पर एफआईआर दर्ज
उत्तर प्रदेश

चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों से लाखों की ठगी, पांच पर एफआईआर दर्ज

गोरखपुर। चिट फंड कंपनी खोलकर लोगों से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर रामगढ़ताल पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि जालसाजी में कंपनी के सीएमडी, उसकी बहू और बेटे शामिल हैं।

बेलीपार थानाक्षेत्र के मेहरौली निवासी दिनेश सिंह ने केस दर्ज कराया है। आरोप है कि सहजनवां थाना क्षेत्र के घघसरा बाजार निवासी रामकेश शर्मा, उसके बेटे अरुण कुमार, अनिल शर्मा, अनूप शर्मा और अरुण की पत्नी शकुंतला ने लखनऊ में यूनाइटेड इंडिया ग्रुप ऑफ कंपनीज कारपोरेट ऑफिस खोलकर ठगी की है।

 

कंपनी के एजेंट ने दिनेश से संपर्क कर एग्रो प्रोडक्ट के कृषि सुरक्षा योजना में एक हजार रुपये प्रतिमाह पांच साल तक किस्त जमा करने के 11 अगस्त 2014 को खाता खुलवाया। इसकी स्कीम वैल्यू 60 हजार रुपये और क्रेडिट वैल्यू 84 हजार बताकर कंपनी के बेतियाहाता सेवा केंद्र, दूबे कांप्लेक्स से खाता प्रमाण पत्र जारी किया। दिनेश ने खाते में 31 सितंबर 2017 तक 38 हजार रुपये जमा किए।

इसके बाद आरोपियों ने यूनाइटेड इंडिया मेगा प्रोजेक्ट लिमिटेड, यूनाइटेड इंडिया एग्रो कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और ट्रिनिटी मल्टी स्टेट को-आपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड नाम की कंपनियां खोलकर गोरखपुर में संचालन शुरू किया। इसमें फिक्स डिपाजिट सहित अन्य योजनाओं में धन जमा कराया।

बाद में मालूम हुआ कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय से बैंकिंग व्यवसाय करने व जमाकर्ताओं से रुपयों के लेनदेन का कोई लाइसेंस कंपनी के सीएमडी सहित अन्य लोगों को नहीं मिला है। नोट बदली के दौरान क्षेत्रीय कार्यालय व सेवा केंद्र बंद कर दिए गए। रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में खुले हेड ऑफिस सहित अन्य केंद्रों पर ताला लग गया।